अपनी भावी पीढ़ी को संस्कारित बनाएं– संत रामशरण महाराज,

15 जून गुरुवार को पादुका पूजन एवं तुलादान होगा
प्रतापगढ़। अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के रामद्वारा में चल रहे ब्रह्मलीन संत श्री रामदासजी महाराज के 24 वे निर्वांण महोत्सव के अंतर्गत प्रवचन श्रृंखला में जोधपुर से पधारे संत रामशरण महाराज ने कहा कि 84 लाख योनियों से केवल संत ही निकलने का मार्ग बता सकते हैं संतों की दृष्टि हमारे कर्मों को पवित्र बना देती है चाहे जीवन में कुछ भी हो हम कितने भी दुखी हो लेकिन जब संत दर्शन होते हैं तो हमारे जीवन में प्रसन्नता आती है। संत संस्कार–संस्कृति का पौधा रोपण करते हैं अपनी आने वाली पीढ़ी अपने बच्चों को धर्म के प्रति जागृत करें एवं उन्हें संस्कारित बनाएं अन्यथा आने वाले समय में मोबाइल के कारण उनमें भावनाएं लुप्त हो रही है। आदर, संस्कार लुप्त होते जा रहे हैं इसलिए अभी से ही अपने बच्चों को धर्म से जोड़े उन्हें गुरु सेवा करने हेतु तत्पर करें। रामद्वारा में संत ईश्वर राम महाराज जहाजपुर वालों ने भजन गाये एवं संत दिव्येशराम महाराज ने योगिनी एकादशी की कथा का वाचन किया । संतो के भोजन प्रसादी के लाभार्थी मुकेश सोनी कालोल वाले के परिवार रहे कथा के पश्चात प्रसाद वितरण के लाभार्थी राजेंद्र पालीवाल परिवार रहे। मंच संचालन रामद्वारा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष दिनेश पालीवाल ने किया उन्होंने इस महोत्सव में जिन भी भक्तों ने सेवा राशि एवं सामान भेंट किया है उनके नाम बताएं। इस आयोजन में भक्तों के द्वारा तन ,मन और धन से बढ़-चढ़कर सहयोग दिया जा रहा है भक्तो के द्वारा दिए गए धन व सहयोग के कारण ही आज प्रतापगढ़ रामद्वारा में एक और विशाल सभा भवन बनकर सेवा हेतु तैयार है। संध्या के समय संध्या आरती हुई उसके पश्चात रात्रि में संतो के द्वारा प्रवचन के पश्चात जागरण प्रारंभ हुआ जिसमें भक्तों द्वारा भजन कीर्तन गाये गए जो देर रात तक रामद्वारा में चलें। दिनांक 15 जून गुरुवार को प्रातः 8:30 बजे स्थानीय तालाब रामद्वारा पर ब्रह्मलीन संत श्री रामदास महाराज के समाधि स्थल पर पादुका का पूजन व तुलादान किया जाएगा उसके पश्चात रामद्वारा कॉलेज रोड पर संतो के द्वारा प्रवचन होंगे प्रवचन का समय प्रातः 10:00 से 12:00 बजे तक का है।