आदिवासी आरक्षण हुंकार महारैली में गूंजा उलगुलान का नारा आर्टिकल 244 (1) कि मुलभावना अनुरूप आरक्षण लागू हो : भवरलाल परमार

प्रतापगढ़। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महासचिव रमेश निनामा ने बताया कि आदिवासी परिवार के सामाजिक कार्यकर्ता भवरलाल परमार डूंगरपुर ने कहा कि आदिवासीयों को पुनः राजा बनना है तो अनुशासन में रहना होगा तभी आदिवासियों का वापस राज स्थापित होगा हमारे बच्चों को मंदिर कि नही स्कूल कि जरुरत है और हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। मागीलाल निनामा भीलप्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक ने बताया कि हमारे पूर्वज पूरखों ने बलिदान दिया तब जा कर ये क्षैत्र रिजर्व हूआ 244 (1) के मुलभावना के अनुरूप आरक्षण व्यवस्था है, इस क्षैत्र में जितने भी जमीन संबंधित अधिकार है वो सिर्फ आदिवासियों के पास है ये क्षैत्र अनुसूचित क्षैत्र है इस क्षैत्र में जितनी भी अंग्रेजी शराब कि दुकानें खोल रहे है इनको समय रहते बंद करदे नही तो बहुत बड़ा आदोंलन होगा। प्रतापगढ़ जिला कलेक्टर से मांग है इस क्षेत्र में लगे सभी पवन ऊर्जा के पंखे हटाये जाये ।
थावरचंद डामोर ने कहा कि हमारे लोगों ने बलिदान दिया तब जा कर जाखम बांध बना किसी भी किमत पर हमारा पानी राजसंमद नही जायेगा।
राष्ट्रीय सदस्य मोहन निनामा ने कहा कि माहिडेम का पानी पीपलखूंट, सुहागपुरा, और दलोट क्षैत्र में सिचाई हेतु लाया जाये ये मांग है हमारी।
डाक्टर दशरथ हिनूनीया जयपुर ने बताया कि आदिवासियों के अन्दर किसी प्रकार कि जाति नही होती है जाति व्यवस्था गैर आदिवासियों मे होती । उमेश डामोर ने कहा कि कांकरी डुंगरी फर्जी मुकदमे जल्दी वापस नही लिये तो हम उस सरकार को ही उखाड़ फेकेंगे जिसने हमारे समुदाय के लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किये हैं ।
कान्तिभाई आदिवासी ने बताया कि जिसने प्रतापगढ़ का निमार्ण किया है उस आदिवासी राजा बाबरीया भील का स्टेच्यू अब तक क्यूँ नही लगा है।
बबिता कश्यप ने कहा कि जल जंगल जमीन पर आदिवासियों का एकाधिकार है हमको जो जमीन मिली है वो हमारे बाप के बाप के बाप से मिली है हमको जो आरक्षण मिला है वो किसी से भीख में नही मिला है इसके लिए हमारे पूर्वजों ने लडाई लडी है। विधायक राजकुमार रोत चौरासी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे यहां से जीतकर जाने वाले जनप्रतिनिधि हमारे समाज के प्रति उतरदायी नही है इसलिए आज ये लडाई आदिवासी परिवार को लड़ना पड रही है, अब वक्त आ गया है हमारे समाज के साथ गद्दारी कि है उनसे सूत समेत वसूल करने का। आदिवासी आरक्षण हुंकार महारैली में बांसवाड़ा, डूगरपुर, उदयपुर, सिरोही, बारा के आलावा मध्यप्रदेश के झाबुआ, अलिराजपुर व गुजरात से भी काफी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बढ़ी तादाद में आए । हजारों की संख्या में लोग इस महारैली में सामिल हूवें, रैली दशहरा मैदान से पैदल चल कर जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहूचीं एवं ज्ञापन जिला कलेक्टर को हजारों लोगों की मोजुदगी में ज्ञापन दिया गया जिस पर कलेक्टर कि और से कहा गया कि आपकी सभी संवैधानिक मांगों को राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक पहूँचाकर आर्टिकल 244 (1) मुलभावना अनुरूप आरक्षण लागू हो सके उसका आश्वासन दिया।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रचारक रमेश मईडा ने समाज को संगठित होने के लिए प्रेरित किया ।
संचालन अरविंद कुमार भुज एवं निलेश बरोड़ ने किया।