आदिवासी परिवार का चिंतन शिविर आसावता में हुआ संपन्न

आदिवासी परिवार का चिंतन शिविर आसावता में हुआ संपन्न
आदिवासी समुदाय में जन जागरण के लिए आदिवासी परिवार द्वारा आशावता, प्रतापगढ़ ब्लाक में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महासचिव रमेश निनामा ने बताया शिक्षा, स्वास्थ्य, आदिवासी संस्कृति, रीति रिवाज कस्टम, रोजगार एवं संवैधानिक अधिकारों पर शिविर में चर्चा हुई।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक मांगीलाल निनामा ने आदिवासियों को षडयंत्र पूर्वक भील से रिकॉर्ड में मीणा बनाया गया जिसके बारे में विस्तृत में जानकारी दी एवं राजस्व रिकॉर्ड के चार पीढ़ी के रिकॉर्ड को बताकर समझाया। मध्य प्रदेश से आए इंजीनियर विलेश खराड़ी ने धर्मपुर्वी इतिहास आदिवासियों के संदर्भ में देखे सुप्रीम कोर्ट के जजमेंटो की जानकारी दी। आदिवासी कांति रोत ने कहा सलेक्शन प्रणाली से नेताओं को चुनकर विधानसभा लोकसभा में भेजना चाहिए तथा ट्राईबल एडवाइजरी कौन्सिल पर कब्जा करना होगा तभी आदिवासियों का भला होगा। रमेश खराड़ी ने समाज को एकजुट होने का आह्वान कियाव महिला वक्ता श्यामा मईडा ने महिलाओं को हर मोर्चे पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
प्रोफेसर मणिलाल गरासिया ने आदिवासी समुदाय के साथ हो रहे अन्याय और शोषण पर विस्तृत जानकारी दी। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक शानू हाडा ने पुरखों की जमीन को बचाने के लिए समाज को प्रेरित किया एवं कई अन्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे एवं संचालन रमेश निनामा ने किया।