आसेटी में दिया जाएगा फेशन कोस्ट्युम डीजाईनिंग और आर्टिफिशियल ज्वेलरी उद्यमी का फ्री प्रशिक्षण

प्रतापगढ़।रोजगार से स्वरोजगार की और ध्यान केन्द्रित करने के लिए औरआजकल के बदलते हुए ट्रेड को देखकर अक्सर महिलाये गोल्ड और सिल्वर ज्वेलरी से कहीं ज्यादा पॉपुलर हो गयी है आर्टिफिशियल ज्वेलरी हेंड मेड ज्वेलरी बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान प्रतापगढ़ द्वारा कोस्ट्युम ज्वेलरी उद्यमी का निशुल्क और आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा प्रशिक्षण के लिए 35 सीटे आरक्षित इसके लिए 18 से 45 वर्ष तक की आयु के इच्छुक ग्रामीण बेरोजगार (महिला किशोरी) आवेदक 19 सितम्बर से 22 सितम्बर तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ राशन कार्ड, आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड की फोटोकॉपी और दो पासपोर्ट साइज के फोटो संस्थान का पता : धरियावाद रोड, जिला कलेक्टरी कार्यालय के पास,प्रतापगढ़ (राज.), बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान में जमा करना होगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए 01478-220061 पर सम्पर्क किया जा सकता है। कार्यालय समय प्रातः 9:30 से सायं 6:00 प्रशिक्षण पुर्णतया निशुल्क है तथा आवासीय व भोजन सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध है |
प्रशिक्षण के दौरान कॉस्ट्यूम ज्वेलरी, ज्वेलरी डिजाइन, गहना बनाने की कला, अंगूठी, केमिकल चुडिया ,रेशम के धागे से बनी चुडिया,कुंदन वाली चुडिया, मालाएं, मंगलसूत्र, बेन्गल्स , ब्रेसलेट, नेकलेस, राखी आदि ज्वेलरी बनाना सिखाया गया। भारत में आभूषण उद्योग दुनिया में सबसे बड़ा है देश में आभूषण उद्योग की चमक कभी भी कम नही हुई है क्योकि यह परम्परा का एक अंतर्निहित हिस्सा है भारतीय महिला न केवल ज्वेलरी पहनती है बल्कि फेशन ज्वेलरी में भी भारी निवेश करती है रत्नों, डिजाइनों, रंगों और कट्स के मामले में लगातार नवप्रवर्तन करते हुए कई महिला उद्यमी भारत के आभूषण उद्योग में राज कर रही हैं। पारंपरिक और फैशन दोनों तरह के आभूषण बड़ा व्यवसाय है और महिला उद्यमी इस प्रवृत्ति को अपना रही हैं। आिर्टफिशियल ज्वेलरी निर्माण सहित बैंकिंग, कॉस्टिंग, प्राइसिंग संबंधी जानकारी दी जाएगी। साथ ही तकनीकी और उद्यमिता संबंधी जानकारी भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें
संस्थान के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि दो साल तक सभी प्रतिभागी संस्थान के संपर्क में रहेंगे। सभी प्रतिभागियों को उनका व्यवसाय अच्छे से स्थापित न होने तक हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में 10 दिवसीय जूट प्रोडक्ट उद्यमी , सॉफ्ट टोईज मेकिंग एवं मधुमक्खी पालन का प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं। इसी के साथ आने वाले दिनों में विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत आने वाले प्रशिक्षण भी आर-सेटी के द्वारा दिये जाएगे