एक साथ 12 खातेदार अपना अलग-अलग खाता पाकर हुए प्रसन्न, राजस्व रेकार्ड में एक साथ 71 खातेदार सम्मान जनक जाति पाकर हुए प्रफुलित

एक साथ 12 खातेदार अपना अलग-अलग खाता पाकर हुए प्रसन्न,
राजस्व रेकार्ड में एक साथ 71 खातेदार सम्मान जनक जाति पाकर हुए प्रफुलित
प्रतापगढ़, 13 दिसम्बर। प्रशासन गावों के संग अभियान-2021 के तहत आयोजित शिविर ग्राम पंचायत नाराणी में नाराणी के एक बुजुर्ग महिला शान्ती बाई पत्नी मोहन लाल कुमावत ने शिविर प्रभारी विनोद कुमार मल्होत्रा के समक्ष उपस्थित होकर बताया कि हमारे गांव में हमारी खातेदारी की कुल 2.92 हैक्टेयर जमीन स्थित है। जिसमें हम कुल 12 खातेदार दर्ज है।
खाता शामिल होने से लोन लेने, फसली अनुदान, विधुत कनेक्शन एवं विभागीय योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी होती है। खातेदारों में से कुल 8 तो हम महिलाए है हमें घर के कार्य की वजह से हमें तहसील कार्यालय मंे जाने में परेशानिया आती है। हम कई वर्षो से अपनी जमीन का बंटवारा करवाना चाहते है परन्तु हम सभी खातेदारों के लिए एक साथ तहसील में जाना संभव नहीं हो पा रहा था। हमें जानकारी मिली की प्रशासन गावों के संग शिविर में सभी अधिकारी, कर्मचारी हमारे गांव में उपस्थित होकर जनता के कार्य कर रहे है। इसमें आपसी सहमति से बंटवारा भी हो रहा है। हम भी सभी सह खातेदार सहमत है इसलिए हमारी भी जमीन का बंटवारा करवाया जावें।
शिविर प्रभारी ने उक्त प्रार्थी की व्यथा सुन तहसीलदार को बंटवारा तैयार करने हेतु आदेशित किया जिस पर तहसीलदार ने मौके पर ही पटवारी व भू-अभिलेख निरीक्षक से संबंधित खातेदारों के कब्जे व हिस्से अनुसार बंटवारा तैयार करवाया व बंटवारा तस्दीक कर राजस्व रेकार्ड में पृथक-पृथक खाते कायम किये गयें। प्रार्थीयो ने मौके पर ही अपना काम होने से मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री का आभार व्यक्त किया तथा सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान की सराहना की।
राजस्व रेकार्ड में एक साथ 71 खातेदार सम्मान जनक जाति पाकर हुए प्रफुलित
प्रतापगढ़, 13 दिसम्बर। प्रशासन गावों के संग अभियान-2021 के तहत ग्राम पंचायत नाराणी में आयोजित शिविर में गांव के कुछ व्यक्तियों ने शिविर प्रभारी विनोद कुमार मल्होत्रा के समक्ष उपस्थित होकर निवेदन किया कि हम खातेदारों की जमीन के खाते में हमारी जाति चमार दर्ज है जोकि सम्मान जनक नहीं है जबकि हमारे अन्य कागजातों में भी हमारी जाति मेघवाल दर्ज है। राजस्व रेकार्ड एवं अन्य कागजातों में हमारी जाति अलग-अलग होने से हमें विभिन्न कृर्षि योजनाओं का लाभ लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है तथा जमाबन्दी में हमारी जाति सम्मान जनक नहीं होने से हमें बुरा लगता है अतः राजस्व रेकार्ड में भी हमारी जाति चमार के बजाए मेघवाल दर्ज करने की कृपा करें।
शिविर प्रभारी ने उक्त प्रार्थीयों की व्यथा सून तुरन्त ही कार्यवाही करते हुए जाॅच पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षक एवं तहसीलदार से करवाई गई एवं मौके पर ही प्राथीर्यों का प्रार्थना पत्र स्वीकार कर नाम के साथ सम्मान जनक जाति दर्ज करने का आदेश दिया गया तथा मौके पर ही प्रार्थीयों के राजस्व रेकार्ड में नाम के साथ सम्मान जनक जाति दर्ज की गई जिससे प्राथीगण प्रसन्न होकर ़मौके पर ही तुरन्त अपनी समस्या का समाधान होने पर मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री का आभार व्यक्त किया तथा सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान की सराहना की।