कही भारी न पड़ जाए यातायात विभाग की अनदेखी हादसों को आमंत्रण देती वाहनों की प्रदर्शनियां

प्रतापगढ़। शहर में दिनों दिन यातायात का भार बढ़ता जा रहा है। यातायात विभाग की उदासीनता का आलम यह है कि अतिक्रमी बैखोफ होकर शहर की सड़कों पर अतिक्रमण कर रहे है। जिससे मुख्य मार्गो सहित शहर की तंग गलियों में आवाजाही बाधित हो रही है। यातायात विभाग की शिथिलता के चलते अतिक्रमियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए है कि वे राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहनांे का जमावड़ा कर आवागमन बाधित कर रहे है। कमोबेश यही स्थिति रही तो किसी बड़ी जनहानि से इंकार नहीं किया जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 113 के हालात देखे तो धरियावद चैराहा से लेकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय तक मार्ग के दोनो और अतिक्रमियों ने सड़क के दोनो ओर अतिक्रमण कर मार्ग संकरा कर दिया है। हालात इतने खराब हो गए है कि अतिक्रमण के चलते मार्ग पर बनी फुटपाथ पर भी अतिक्रमियों ने अपने कब्जे जमा लिए है। जिससे राहगीरों के लिए पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है। जबकि उक्त मार्ग शहर का सबसे व्यस्त्तम मार्ग है। मार्ग पर एक दर्जन से अधिक बैंक, शिक्षण संस्थाएं, हाॅस्टल, जिले का सबसे बड़ा चिकित्सालय, जिला एवं सेशन न्यायालय, धार्मिक स्थल, कब्रस्तान, सिनेमाघर समेत ऐसे कई प्रतिष्ठान है जहां दिन भर हजारों छात्र-छात्राओं का व लोगों की आवाजाही बनी रहती है। वही बायपास के अभाव में मार्ग पर भारी मालवाहक वाहनों की आवाजाही रहती है। ऐसे में कभी भी किसी बड़ी जनहानि होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी ओर यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए यातायात विभाग का दस्ता दिन भर गश्त कर बेतरतिब यातायात को व्यवस्थित बनाएं रखने का प्रयास करता रहता है। लेकिन इसका कोई स्थाई समाधान नहीं कर पा रहा है।
बीमारियों को न्योता देती ये गंदगी।
दूषित पानी फैल रहा सड़क पर
जगह-जगह लगे कचरे के अंबार
प्रतापगढ़ शहर में दीपावली पर्व के समापन के बाद भी गंदगी कम होने का नाम नहीं ले रही है। शहर में कई स्थानों पर अस्थाई डम्पिंग यार्ड बने हुए है। जहां सफाईकर्मी मोहल्लों से निकलने वाला कचरा डाल रहे है। जो वातावरण को दूषित कर रहे है। अधिकांश जगहों पर सफाईकर्मी कचरे के ढेरों को आग के हवाले कर रहे है। जो वायु प्रदुर्षण फैला रहा है। नालियों में सफाई के अभाव में दूषित पानी जमा हो रहा है। नालियां जाम होने से दूषित पानी मार्ग पर फैल रहा है। सुबह सवेरे लोग ईश्वर का ध्यान करने के लिए मंदिर, मस्जिद दरगाह आदि जाते है। जिन्हें इस दूषित पानी से गुजरना पड़ता है। जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती है। नगर परिषद की ओर से सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है। प्रतापगढ़ नगर परिषद में विधायक और सभापति की नूरा कुश्ती का दंश आमजन को झेलना पड़ रहा है।