कांग्रेस कमेटी ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र की डबल इंजन मोदी सरकार व मणिपुर सरकार के विरुद्ध विरोध मार्च निकाल सौंपा ज्ञापन

प्रतापगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी प्रतापगढ़ की ओर से मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र मोदी सरकार और मणिपुर की सरकार के विरुद्ध विरोध मार्च निकाला गया व कड़ी करवाई करने की माँग को लेकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन । कांग्रेस जिला प्रवक्ता मोहित भावसार ने जानकारी देते हुए बताया कि अंबेडकर सर्कल प्रतापगढ़ से कांग्रेस जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राणावत ,जिला प्रमुख इंद्रा देवी मीणा व धरियावद विधायक नगराज मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी नारेबाजी करते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे वहां पर पहुंच कर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर प्रतापगढ़ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मणिपुर हिंसा को रोकने में केंद्र सरकार और वहां की राज्य सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए हस्तक्षेप की मांग की गई इस दौरान जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राणावत ने कहा कि मणिपुर में आदिवासियों ,अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं जातिगत हिंसा में मणिपुर जल रहा है लेकिन इसको रोकने में केंद्र की भाजपा सरकार और मणिपुर की स्थानीय सरकार पूरी तरह से विफल रही है। संसद में भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी जा रही है जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोश है कांग्रेस राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग करती है ।
जिला प्रमुख इंदिरा मीणा ने कहा कि देश में जो आज महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है केंद्र की मोदी सरकार और मणिपुर की सरकार उसको रोकने में नाकाम हुई है केंद्र की मोदी सरकार मणिपुर में हो रहे अत्याचार को रोकने में पूरी विफल साबित हो रही है में राष्ट्रपति से मांग करती हूं कि मणिपुर में जो भाजपा की सरकार उसको बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करें एवं इस अत्याचार को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई कर मणिपुर में शांति व्यवस्था को बहाल करें व महिला पर हो रहे अत्याचार को रोकने का कार्य करें। केंद्र की मोदी सरकार जो चुप बैठी हुई है उसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा देश की कांग्रेस पार्टी महिलाओं पर मणिपुर में जो घटना हुई है उससे लेकर देश की महिलाओं व सभी में आक्रोश है में राष्ट्रपति से मांग करती हूं कि आप मणिपुर में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग करती हूं ।
धरियवाद विधायक नगराज मीणा ने कहा मणिपुर में महिलाओं, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल केन्द्र की भाजपा सरकार के विरुद्ध अविलम्ब कार्यवाही की जाये । हम राष्ट्रपति से मांग करते हैं की पिछले 2 माह से अधिक समय से मणिपुर प्रदेश में जाति हिंसा में असख्यक लोग अपना जीवन एंव सम्पत्ति गवा चुके है। भाजपा की डबल इंजन सरकार की अकर्मण्यता के कारण मणिपुर प्रदेश में आदिवासी महिला एवं अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार हो रहे है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलें रोज उजागर हो रहे है, किंतु देश के प्रधानमंत्री मूक दर्शक बने बैठे है तथा केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा मणिपुर में हो रही हिंसा महिला आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कोई उपया नही किए जा रहे है। मणिपुर राज्य में हो रही हिंसा पर ना तो संसद में चर्चा की जा रही है ना ही जनता के सवालों के जवाब केन्द्र सरकार द्वारा दिए जा रहे है। मणिपुर में हो रही हिंसा एवं जातीय संघर्ष को रोकने में केन्द्र सरकार की असफलता एंव अकर्मण्यता से पूरा देश स्तब्ध है। जिला कांग्रेस कमेटी की और से ज्ञापन प्रस्तुत कर आग्रह किया कि मणिपुर में महिलाओं, आदिवासियों एंव अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल केन्द्र की भाजपा सरकार के विरुद्ध अविलम्ब कार्यवाही की जाए।
पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सुरेंद्र चंडालिया , महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष लता शर्मा, सेवादल जिलाध्यक्ष दिग्विजयसिंह राणावत ,धरियवाद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम पुरी , प्रतापगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिग्विजय सिंह कुलथाना ,अरनोद ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश भाटी ,पीपलखूंट ब्लॉक अध्यक्ष देवी लाल निनामा ,धरीयवाद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मदन सिंह गठीला प्रतापगढ़ पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमल सिंह गुर्जर अरनोद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष एवं मंडी अध्यक्ष अरुण सिंह चुंडावत , नगर कांग्रेस अध्यक्ष उदय लाल अहीर,धरियावद नगर पालिका अध्यक्ष केबी मीणा ,अरनोद प्रधान समरथ मीणा सुहागपुरा प्रधान भरत पारगी ,धमोतर प्रधान प्रतिनिधि गोपाल मीणा , जिला परिषद सदस्य पिंकेश पटवा पूर्व प्रधान अर्जुनलाल मीणा पीपलखूंट पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मणिलाल चरपोटा, धरियावद मंडल अध्यक्ष जसवंत सिंह कोठारी , किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष दूल्हे सिंह आंजना, करमदीखेड़ा मंडल अध्यक्ष खातूराम मीणा सहित सभी कांग्रेस कार्यकर्ता गण , नागरिकजन सहित कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए।
प्रतापगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी प्रतापगढ़ की ओर से मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र मोदी सरकार और मणिपुर की सरकार के विरुद्ध विरोध मार्च निकाला गया व कड़ी करवाई करने की माँग को लेकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन । कांग्रेस जिला प्रवक्ता मोहित भावसार ने जानकारी देते हुए बताया कि अंबेडकर सर्कल प्रतापगढ़ से कांग्रेस जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राणावत ,जिला प्रमुख इंद्रा देवी मीणा व धरियावद विधायक नगराज मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी नारेबाजी करते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे वहां पर पहुंच कर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर प्रतापगढ़ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मणिपुर हिंसा को रोकने में केंद्र सरकार और वहां की राज्य सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए हस्तक्षेप की मांग की गई इस दौरान जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राणावत ने कहा कि मणिपुर में आदिवासियों ,अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं जातिगत हिंसा में मणिपुर जल रहा है लेकिन इसको रोकने में केंद्र की भाजपा सरकार और मणिपुर की स्थानीय सरकार पूरी तरह से विफल रही है। संसद में भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी जा रही है जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोश है कांग्रेस राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग करती है ।
जिला प्रमुख इंदिरा मीणा ने कहा कि देश में जो आज महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है केंद्र की मोदी सरकार और मणिपुर की सरकार उसको रोकने में नाकाम हुई है केंद्र की मोदी सरकार मणिपुर में हो रहे अत्याचार को रोकने में पूरी विफल साबित हो रही है में राष्ट्रपति से मांग करती हूं कि मणिपुर में जो भाजपा की सरकार उसको बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करें एवं इस अत्याचार को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई कर मणिपुर में शांति व्यवस्था को बहाल करें व महिला पर हो रहे अत्याचार को रोकने का कार्य करें। केंद्र की मोदी सरकार जो चुप बैठी हुई है उसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा देश की कांग्रेस पार्टी महिलाओं पर मणिपुर में जो घटना हुई है उससे लेकर देश की महिलाओं व सभी में आक्रोश है में राष्ट्रपति से मांग करती हूं कि आप मणिपुर में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग करती हूं ।
धरियवाद विधायक नगराज मीणा ने कहा मणिपुर में महिलाओं, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल केन्द्र की भाजपा सरकार के विरुद्ध अविलम्ब कार्यवाही की जाये । हम राष्ट्रपति से मांग करते हैं की पिछले 2 माह से अधिक समय से मणिपुर प्रदेश में जाति हिंसा में असख्यक लोग अपना जीवन एंव सम्पत्ति गवा चुके है। भाजपा की डबल इंजन सरकार की अकर्मण्यता के कारण मणिपुर प्रदेश में आदिवासी महिला एवं अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार हो रहे है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलें रोज उजागर हो रहे है, किंतु देश के प्रधानमंत्री मूक दर्शक बने बैठे है तथा केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा मणिपुर में हो रही हिंसा महिला आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कोई उपया नही किए जा रहे है। मणिपुर राज्य में हो रही हिंसा पर ना तो संसद में चर्चा की जा रही है ना ही जनता के सवालों के जवाब केन्द्र सरकार द्वारा दिए जा रहे है। मणिपुर में हो रही हिंसा एवं जातीय संघर्ष को रोकने में केन्द्र सरकार की असफलता एंव अकर्मण्यता से पूरा देश स्तब्ध है। जिला कांग्रेस कमेटी की और से ज्ञापन प्रस्तुत कर आग्रह किया कि मणिपुर में महिलाओं, आदिवासियों एंव अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल केन्द्र की भाजपा सरकार के विरुद्ध अविलम्ब कार्यवाही की जाए।
पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सुरेंद्र चंडालिया , महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष लता शर्मा, सेवादल जिलाध्यक्ष दिग्विजयसिंह राणावत ,धरियवाद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम पुरी , प्रतापगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिग्विजय सिंह कुलथाना ,अरनोद ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश भाटी ,पीपलखूंट ब्लॉक अध्यक्ष देवी लाल निनामा ,धरीयवाद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मदन सिंह गठीला प्रतापगढ़ पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमल सिंह गुर्जर अरनोद पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष एवं मंडी अध्यक्ष अरुण सिंह चुंडावत , नगर कांग्रेस अध्यक्ष उदय लाल अहीर,धरियावद नगर पालिका अध्यक्ष केबी मीणा ,अरनोद प्रधान समरथ मीणा सुहागपुरा प्रधान भरत पारगी ,धमोतर प्रधान प्रतिनिधि गोपाल मीणा , जिला परिषद सदस्य पिंकेश पटवा पूर्व प्रधान अर्जुनलाल मीणा पीपलखूंट पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मणिलाल चरपोटा, धरियावद मंडल अध्यक्ष जसवंत सिंह कोठारी , किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष दूल्हे सिंह आंजना, करमदीखेड़ा मंडल अध्यक्ष खातूराम मीणा सहित सभी कांग्रेस कार्यकर्ता गण , नागरिकजन सहित कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए।