कृषि कानून वापस यह इंदिरा गांधीजी की नीतियों की जीत है जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीत कांठेड़ डिकेन में गरिमामय पूर्वक मनाई पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधीजी की जयंती की आतिशबाजी
*कृषि कानून वापस, ये इंदिरा गांधीजी की नीतियों की जीत है- अजीत कांठेड़*
*डीकेन में गरिमामय पूर्वक मनाई पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधीजी की जयंती, की आतिशबाजी*
सिंगोली। देश की प्रथम महिला पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधीजी हरित क्रांति की जनक थी। स्वामीनाथन आयोग इंदिरा गांधी जी ने ही बनाया था। किसानों की एकता, किसान आंदोलन व कांग्रेस की विपक्ष की दमदार भूमिका के चलते कृषि के तीनों काले कानून केंद्र की भाजपा सरकार ने वापस लिए है ये इंदिरा गांधीजी के नीतियों की जीत है। छोटे और मध्यमवर्गिय किसानों के लिए उनके हित मे नियम और कानून इंदिरा गांधीजी ने ही बनाए थे और 19 नवंबर 2021 को राहुल जी के नेतृत्व में किसान आंदोलन की बहुत बड़ी जीत हुई है।
उक्त विचार जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अजीत कांठेड़ ने व्यक्त किए। वे जावद तहसील के डिकेन नगर में आयरनलेडी, पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी के जयंती के अवसर पर बोल रहे थे।
19 नवंबर को डीकेन में आयरन लेडी पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी का जयंती पर्व उत्साह के साथ कांग्रेस जनों द्वारा मनाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिलाध्यक्ष अजीत कांठेड, सत्यनारायण पाटीदार व सुरेश शर्मा व अन्य काॅंग्रेसजनों ने इन्दिरा गाॅंधीजी की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ पुष्प अर्पित किये। इस अवसर पर जावद जनपद के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि इंदिराजी अपने देश की एकता अखंडता के लिए बलिदान का अभूतपूर्व उदाहरण है। देश के लिए महात्मा गांधी की ही तरह उन्होंने अपना बलिदान दे दिया । इंदिरा गांधी जी को देश उनके अप्रतिम योगदान के लिए याद रखेगा । हरित क्रांति व गरीबी हटाओ की दिशा में उनके किये प्रयासों ने अन्न उत्पादन में देश आत्म निर्भर बनाया ।
रतनगढ़ के काॅंग्रेस के दिग्गज नेता सुरेश शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री आयरन लेडी, भारत रत्न इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में किसानों की आय बढ़ी कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी है । वे राष्ट्र हित मे कठोर निर्णय लेने में संकोच नही करती थी । पाकिस्तान का विभाजन कर उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी नसीहत दी। बैंकों का राष्ट्रीयकरण उनका बड़ा निर्णय रहा ।इंदिराजी ने उड़ीसा में सभा मे जो अंतिम सम्बोधन दिया वह उनके जीवन व कार्य के अंतिम ध्येय को प्रकट करता है ।“मेरे खून का एक एक कतरा इस देश को मजबूत करेगा।“अपना सम्पूर्ण जीवन देश के लिए कुर्बान कर दिया ।
इस अवसर पर दशरथजी पटेलिया, यूसूफ अली शेख, भोपाभाई पठान, मोहनलाल पाटीदार, एडवोकेट, अर्जुन गुर्जर, सुरेश तावड, बाबुलाल पाटीदार, हमीद मंसूरी, मोहन शर्मा, गोपाल गुर्जर, सांवरा गुर्जर, मदन गुर्जर, तिलक पाटीदार, तैय्यबअली शेख, प्रभात बैरागी एडवोकेट, गोरधन भूत, शम्भूदान चारण, रमेश व्यास, घनश्याम जोशी, पंकज भूत, नारायण भामी, राकेश पत्रकार, राजू लाड, राजेन्द्र पंवार, नटवर पंवार, हरचंद पाटीदार, रामलाल भील, गणेश गुर्जर,गोपाल खराणा सहित अनेक काॅंग्रेसजन उपस्थित थे।
आतिशबाजी कर किया खुशी का इजहार-
इस अवसर पर काॅंग्रेसजनों ने कहा कि किसानों की एकता व आंदोलन एवं काॅंग्रेस पार्टी के दमदार विरोध के आगे भाजपा सरकार को झुका पडा और कृषि के तीनों काले कानून भाजपा सरकार द्वारा वापस लिये गये है। इस खुशी में काॅंग्रेसजनों द्वारा जिलाध्यक्ष अजीत काॅठेड व सत्यनारायण पाटीदार के नेतृत्व में तीनो कृषि कानून वापस लेने की खुशी में किसानों के हित में जमकर आतिशबाजी की गई।