खंड स्तरीय मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर अरनोद में समय पूर्व ही चिकित्सक नदारद, विकलांग जन चिकित्सक के लिये भटकते रहे | The News Day

खंड स्तरीय मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर अरनोद में समय पूर्व ही चिकित्सक नदारद, विकलांग जन चिकित्सक के लिये भटकते रहे
अर्पित जोशी रिपोर्ट
खंड स्तरीय मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन दिनांक 10 दिसंबर 2021 शुक्रवार को प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आयोजित किया गया। जिसमें अंतर्गत फिजीशियन डॉ राजकुमार जोशी, दंत रोग के डॉ आलोक यादव,रोग स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ करतार सिंह ,नाक कान गला के डॉ नरेश कुमावत, अस्थि रोग के मुकेश डिंडोड, डॉ चंद्रशेखर वर्मा,डॉ गोपाल मीणा उपस्थित रहे। शिविर में 212 ओपीडी कुल हुई जिसमें 27 विकलांगों के पंजीयन हुए। खंड स्तरीय शिविर में विकलांग जन अधिक संख्या में पहुँचे लेकिन अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ मुकेश डिंडोड के 12 बजे बाद शिविर में पहुँचने से विकलांग जनों को काफी इंतजार करना पड़ा और शिविर के समय पूर्व ही चले जाने से विकलांग जनों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। शिविर में चिकित्सा स्टॉफ मौजूद था। शिविर संचालन का समय प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक था लेकिन चिकित्सक समय पूर्व ही चले गये जिससे दूर दराज से आये रोगियों को बिना चिकित्सा के ही भटकना पड़ा। नोगावा में प्रशासन गाँव के संग शिविर का आयोजन हो रहा था जहाँ एक विकलांग ने निशक्तजन प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जहाँ से उसे अरनोद शिविर में भेजा गया जो अरनोद शिविर में पहुँचा लेकिन अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ मुकेश समय पूर्व ही शिविर से चले गये जिससे विकलांग व परिजन काफी मायूस हुए और भटक कर निराश होकर घर लौट गए। सरकार जहाँ विकलांगों की सहायता के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर शिविरों का आयोजन रही है वही शिविरों में विकलांगो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। चिकित्सक निशक्त का प्रमाण पत्र बनाने में विकलांगता का प्रतिशत कम लिखकर विकलांगों को सरकारी सहायता से वंचित रख रहे हैं। प्रतापगढ़ जिला जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है यहां कम शिक्षा होने के कारण लोग इन प्रतिशत का खेल समझ नहीं सकते हैं और जब विकलांगता प्रमाण पत्र बन कर आता है तो लोगों को प्रतिशत के आधार पर इसका फायदा नहीं मिल पाता ।
शिविर में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में आमजन को जागरूक किया गया । कोविड 19 टीकाकरण के प्रथम व द्वितीय डोज से वंचित व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया।