ग्राम पंचायत जनकपुर में भ्रष्टाचार, निर्माण कार्य सहित वित्तीय अनियमितताएं, जांच की आवश्यकता… दोषियों पर हो उचित कार्यवाही

ग्राम पंचायत जनकपुर में भ्रष्टाचार, निर्माण कार्य सहित वित्तीय अनियमितताएं, जांच की आवश्यकता… दोषियों पर हो उचित कार्यवाही
नीमच। जनपद जावद की ग्राम पंचायत जनकपुर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य व ऑनलाइन भुगतान नियम विरुद्ध किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। गत वर्षों में किए गए कार्य व भुगतान की जांच होने पर बड़े अनियमितताओं का खुलासा होने का अंदेशा है।
ग्राम पंचायत जनकपुर में निर्माण कार्य TS के अनुसार ना करते हुए पूर्ण भुगतान कर दिए गए हैं और उनकी CC भी जारी करवा ली गई है। ठीक इसी तरह पंचायत दर्पण, 14 वित्तीय, 15 वित्तीय योजना के अंतर्गत कई भुगतान नियम विरुद्ध किए जाने की आशंका को जन्म दे रहे हैं। बता दें कि पंचायतों में किसी भी निर्माण कार्य का भुगतान उसके मूल्यांकन के आधार पर किया जाता है तो फिर इन अधूरे निर्माणों का पूर्ण भुगतान किस आधार पर किया गया है…? बताया जा रहा है कि इन निर्माणों में 12 सीसी सड़क ही मुख्य है जिनमें अधिकांश सड़कों के साथ नालियां नहीं बनाई गई है।
पंचायतों में वित्तीय अनियमितता व निर्माण कार्यों में जानबूझकर लापरवाही बरतना, पद का दुरुपयोग करना, राजस्व को हानी पहुंचाना संगीन अपराध माने जाते हैं जिन पर पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 के अंतर्गत सरपंच और सचिव पर कार्यवाही करने के लिए विभाग बाध्य है। ग्राम पंचायत जनकपुर में भी आपसी मिलीभगत से ऐसे ही कृत्य को अंजाम देने की जानकारी मिल रही है।
बताते चलें कि हाल ही में जनपद नीमच की ग्राम पंचायत जावी में पदस्थ सचिव करण सिंह चुंडावत को समय पर कार्य पूर्ण नहीं करने पर (कार्य में लापरवाही बरतने) पर निलंबित कर दिया गया है। जावी सचिव करण सिंह चुंडावत का 6 अगस्त 2022 को जनपद जावद की ग्राम पंचायत लोहारिया जाट से स्थानतरण जनपद नीमच की ग्राम पंचायत जावी हुआ था।
सचिव करण सिंह चुंडावत को जावी पंचायत गृह क्षेत्र से लगभग 55 से 60 किलोमीटर दूर होने के कारण आने जाने में लगभग 3 घंटे का समय लगता था और परिवार में अकेले होने के साथ पारिवारिक दायित्व का निर्वहन करने हेतु जावी ही ठहरना मुमकिन नहीं था जिसके चलते ग्राम पंचायत के कार्य समय पर नहीं हो रहे थे। विभाग ने करण सिंह चुंडावत को कार्य में लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए 8 फरवरी को निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि जनपद जावद की ग्राम पंचायत बड़ी और धारणी में इसी तरह वित्तीय अनियमितता कर लाखों रुपए गबन करने के मामले उजागर हुए हैं। विभाग को उक्त मामले में संज्ञान लेते हुए तत्परता से जांच कि जाकर न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।