जमाते अहले हदीस जमात का आयोजन, देश की वर्तमान हालात पर बात करने और सुनने से ही घटेगा तनाव- फैज सय्यद

प्रतापगढ़। एज्युकेशन मस्ट ग्रोथ इन सोसायटी, शिक्षा, तालिम के बगैर एक सभ्य समाज की कल्पना करना असंभव है। अल्लाह तआला ने भी कुरआन के जरीये पहली आयत में यही संदेश संदेश दिया है। कि इकरा बिस्में रबि….. पढ़ो…. कहने का तात्पर्य यह है कि तालिम से ही समाज और देश का विकास किया जा सकता है। यह बात इस्लामिक रिसर्च फाउन्डेशन के फउन्डर एंड प्रेसिडेंट एडवोकेट फैज सय्यद ने यहां मंगलवार को यहां वाटर वक्र्स रोड स्थित मस्जिद बिलाल परिसर में जमाते अहले हदीस की ओर से आयोजित इज्लास ए आम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज देश में तनाव का माहोल बढ़ता जा रहा है। इसके लिए हमें बात करनी चाहिए और सामने वाले की बात सुननी भी चाहिए। इससे आपसी प्रेम बढ़ेगा और अनावश्यक तनाव से मुक्ति मिलेगी। कार्यक्रम में जमाते अहले हदीस राजस्थान के अध्यक्ष अब्दुल हफीज रांदड़ वाले ने की। वही विशिष्ट अतिथि के रूप में मोहम्मद काजिम हैदराबादी ने की। इस दौरान विशिष्ट अतिथि मोहम्मद काजिम ने अपनी तकरीर में कहा कि इल्म की कमी से आज हिन्दूतान में तनाव का जो माहौल बन रहा है उसका सीधा मतलब हममे इल्म की कमी दर्शा रहा है। ीतहमें अपने घर में परिवार में अड़ौस -पडौस और समाज के लोगों के साथ कैसे रहना है। इसका हमें इल्म नहीं है। सच्चा मुसलमान वही है जिसका पडोसी खुश रहे। उसके दिल में आपसे मोहब्बत पैदा करों।
कार्यक्रम के अंत में सवाल जवाब का दौर शुरू हुआ जिसमें लोगों ने सवालों के जरीये अपनी समस्याओं का समाधान कराया। इस मौके पर आलीमों ने सवालों के जवाब दिए जिनमें प्रमुख रूप से हलाल रोजी के बारे में बताते हुए कहा कि इस्लाम धर्म में पान तम्बाकु, सिगरेट आदि का सेवन और इनका व्यापार करना भी हराम है। हर वो चिज जो नशा पैदा करती है उसका व्यवसाय हराम बताया गया। वही एक व्यक्ति ने अल्लाह की शक्ल के बारे में पूछने पर मोहम्मद काजिम ने बताया कि अल्लाह ईश्वर का कोई अक्स नहीं है। लेकिन सच्चा मुसलमान वही है जो कुरआन, पैगम्बर मोहम्मद सअव और उनकी हदीसों पर भरोसा करें। पैगम्बर ने जो कह दिया उसे माने वही सत्य है। पैगम्बर ने फरमाया कि अल्लाह की रस्सी को मजबुती से पकड़ों मतलब अल्लाह के हाथ हैं उसके आंखे है। बस देखने का जज्बा चाहिए। इस दौरान प्रतापगढ़ थाना पुलिस के सर्किल इंस्पेक्टर रविन्द्र प्रताप मय जाप्ते के मोजुद रहे। कार्यक्रम में मंदसौर, महिदपुर, जावरा, रतलाम, जावद, नीमच, नारायणगढ़, उदयपुर भीलवाड़ा, प्रतापपुर, बांसवाड़ा, गुलाबपुरा, नसीराबाद, मकराना, समेत कई शहरों और गांवों से लोग इसमें शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद सनाबेली ने किया आभार हैदर कुरेशी ने व्यक्त किया।