डेयरी फार्मिंग कर कम लागत में पाए अधिक मुनाफा प्रशिक्षण का समापन : आर सेटी के द्वारा

प्रतापगढ़। बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा प्रायोजित बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान प्रतापगढ़ द्वारा आयोजित 10 दिवसीय निशुल्क डेयरी फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग प्रशिक्षण का मूल्याकन तथा समापन समारोह बड़ौदा आर-सेटी प्रतापगढ़ में आयोजित किया गया | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैंक ऑफ बड़ौदा के अग्रणी जिला प्रबंधक सुनील मोर्य , रिलायंस फाउंडेशन से विनीता तथा नेसर द्वारा नियुक्त असेसर मनोज कलाल ,एन के जेन व संस्थान के निदेशक संजय शर्मा उपस्थित रहे |
संस्थान से फेकल्टी अंशिका ने बताया की प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक के द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को पशुओ के चारा, पशुओ में होने वाले रोग, पशुओ के गर्भाधान का समय, पशुओ का टीकाकरण, पशुओ का शेड, पशुओ का बीमा, पशुओ का नस्ल के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। बताया की प्रशिक्षण के बाद वे अपना खुद का डेयरी फार्म खोल सकेंगे और एक सफल उद्यमी बन सकेंगे। इस प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया है। मुख्य अतिथि बैंक ऑफ़ बड़ौदा के अग्रणी जिला प्रबंधक सुनील मोर्य ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को उनके फार्मिंग एंड वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग प्रशिक्षण पूर्ण करने पर शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने महिलाओ को डेयरी का व्यवसाय अपनाकर स्वरोजगार करने पर जोर दिया व अपनी आर्थिक व सामाजिक स्थिति सुधारने को कहा तथा बैंक की विभिन्न योजनाओं जैसे सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी |
विनीता ने बताया की डेरी उद्योग कृषि की एक श्रेणी है। यह पशुपालन से जुड़ा एक बहुत लोकप्रिय उद्यम है जिसके अंतर्गत दुग्ध उत्पादन व दूध की बिक्री के लिए किए जाने वाले कार्य आते हैं। दूध उत्पादन को बढ़ा कर इसे हम अपनी आजीविका साधन बना सकते है इसके वास्ते गाय-भैंसों, बकरियों अन्य प्रकार के पशुधन के विकास का भी काम किया जाता है।
संस्थान के निदेशक ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण संपन्न करने पर शुभकामनाये दी व बताया की दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए डेयरी फार्मिंग एक अच्छा साधन है जो किसानो की आय दोगुना बढ़ा सकता है तथा प्रशिक्षण पूर्ण हो जाने पर जल्द से जल्द अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए कहा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके | उन्होंने संस्थान द्वारा बेरोजगार युवक युवतियों को दिए जाने वाले विभिन्न स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सम्बन्ध मे जानकारी प्रदान की, जिससे कम लागत में व्यक्ति अपना व्यवसाय प्रारम्भ कर सकता है | कार्यक्रम में कुछ प्रशिक्षणार्थियों ने अपने 10 दिन के अनुभव साझा करते हुए आश्वासन दिया कि वह जल्द से जल्द कार्य कि शुरुआत करेंगे|
कार्यक्रम का संचालन संस्थान से फैकल्टी अंशिका बाथरा ने किया | इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थीयो को प्रमाण पत्र वितरित किये गए | इस अवसर पर संस्थान से फैकल्टी अभिषेक कार्यालय सहायक ओम प्रकाश, जितेन्द्र राठोर अटेंडर घनश्याम रैदास उपस्थित रहे |