धूम्रपान से फेफड़ों के साथ दिलोदिमाग को भी होता है नुकसान, विश्व तंबाकू निषेध दिवस आज

विश्व तंबाकू निषेध दिवस आज
प्रतापगढ़। सामान्यतः धूम्रपान को लोग केवल फेफड़ों के लिए ही नुकासनदेह मानते हैं, लेकिन इससे पूरे शरीर को नुकसान होता है। तंबाकू का सेवन और उसमें भी धूम्रपान लोगों को जानलेवा कैंसर तक देने का कारण बनता जा रहा है। जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राजकुमार जोशी का यह कहना है कि सिगरेट और तंबाकू ना सिर्फ आर्थिक, शारिरिक प्रभाव डालते है, बल्कि इंसान की यह मनोवृत्ति तक बदल देते है। मन में कई प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते है।
हृदय और रक्तवाहिनियों को ज्यादा नुकसान
तंबाकू और उसके उत्पादों का कई तरह के तरह के कैंसर से संबंध है। इसके अलावा तंबाकू और धूम्रपान दिल, खून की धमनियों को भी नुकसान पहुचाते हैं। डॉ जोशी के मुताबिक तंबाकू और धूम्रपान की वजह से दुनिया में बहुत से लोग कैंसर के मुकाबले हृदय एव् रक्तवाहिनी संबंधी बीमारियों से ज्यादा मरते हैं।
दिल पर चैतरफा हमला
धूम्रपान का तंबाकू इंसान के शरीर में कई तरह के रसायन छोड़ता है। इनमें से निकोटीन, कार्बन मोनॉऑक्साइड विशेष तौर पर खून की नसों को नुकसान पहुंचाने का काम करते है। जहां निकोटन खून की धमनियों को संकुचित कर देता है, वहीं कार्बन मोनोऑक्साइड धमनियों की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है।
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
तंबाकू उद्योग की वजह से 25 बीमारियां का संबध है। तंबाकू उत्पादों के चबाने से या धूम्रपान के जरिए जहरीले रसायन लोगों के शरीर में घुस जाते हैं और इतना नहीं अब तंबाकू के नशे हुक्का जैसे कई नए रूपों में युवाओं तक पहुंचने लगे हैं। ऐसे में लोगों को तंबाकू के स्वास्थ्य संबंधी नुकसानों और सही जानकारी से अवगत करना बहुत जरूरी है।