पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवे दिन भगवान नेमिनाथ का ज्ञान कल्याण महोत्सव मनाया गया दीक्षा लेने के बाद मुनिराज नेमिनाथ को आहरदान | The News Day

*पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवे दिन भगवान नेमीनाथ का ज्ञानकल्याणक महोत्सव मनाया*
*दीक्षा लेने के बाद मुनिराज नेमीनाथ को आहरदान*
*भगवान को केवल ज्ञान की प्राप्ती ओर समवशरण की रचना के साथ दिव्यध्वनि शौभा यात्रा निकालकर की प्राणप्रतिष्ठा*
*सिंगोली-* स्थानीय श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जिन मंदिर श्री कुन्दकुन्द कहान धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट व दिगंबर जैन मुमुक्षु मंडल द्वारा आध्यात्मिक सत्पुरूष श्री कानजी स्वामी की मंगल प्रभावना योग से नगर मे नव निर्मित 1008 श्री आदिनाथ दिगंबर जिन मंदिर के पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव मे आज पांचवे दिन भगवान नेमीनाथ का ज्ञानकल्याणक महोत्सव मनाया गया जिसमे नेमीकुवंर के दीक्षा ग्रहण करने के बाद उनको आहरदान करना तथा उनके कठोर तप के पश्चात भगवान को केवलज्ञान की प्राप्ती होना ओर समवशरण की रचना करते हुए दिव्यध्वनि के साथ शौभा यात्रा निकाल कर प्राणप्रतिष्ठा की गई। उपरोक्त विषय की जानकारी देते हुए आयोजन समिति के महामंत्री नवीन धानोत्या ने बताया की पंचकल्याणक महोत्सव अब पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। महोत्सव के पांचवे दिन भगवान नेमीनाथ का ज्ञानकल्याणक महोत्सव मनाया गया जिसमे नेमीकुवंर के दीक्षा ग्रहण करने के बाद उनको आहरदान दिया गया और मुनिराज नेमीकुवंर ने दीक्षा लेकर कड़ी तपस्या की जिससे उनके कर्मो की निर्जरा होकर उनको केवलज्ञान प्राप्त हुआ और उन्होने समवशरण की रचना करते हुए दिव्यध्वनि के साथ भव्य शौभायात्रा निकाली जो शोरीपुर नगरी से निकल कर नव निर्मित जिन मंदिर पहुंची जहां बाहर से पधारे वरिष्ठ श्रावक श्राविकाओ के हाथो स्वाध्याय भवन का लोकार्पण,कुन्दकुन्द आचार्य श्री के चित्र का अनावरण किया गया और जिनवाणी विराजमान करते हुए चरण पादुका स्थापित कर शिखर पर ध्वजादण्ड चढ़ाते हुए प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम वरिष्ठ प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी पंडित जतिशचंद्र शास्त्री के सानिध्य मे सम्पन्न हुआ।
ज्ञानकल्याणक महोत्सव कार्यक्रम मे मुम्बई, दिल्ली,बेंगलोर, उदयपुर, जयपुर, इन्दौर, भीलवाड़ा, बिजौलिया, झांतला, चेची, बेंगू, रावतभाटा, आदी स्थानो के श्रावक श्राविकाएं उपस्थित रहे।