पुलिस अधीक्षक डाॅ. अमृता दुहन द्वारा एक दिवसीय “किसान मेले” का उद्घाटन किया गया। सृजन संस्था द्वारा “किसान मेले” का हुआ आयोजन

पुलिस अधीक्षक डाॅ. अमृता दुहन द्वारा एक दिवसीय “किसान मेले” का उद्घाटन किया गया।
सृजन संस्था द्वारा “किसान मेले” का हुआ आयोजन
प्रतापगढ़, 10 फरवरी। सुहागपुरा के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. अमृता दुहन द्वारा एक दिवसीय “किसान मेले” का उद्घाटन किया गया। इस मेले का आयोजन सृजन संस्था द्वारा आरबीएल बैंक के सहयोग से किया गया।
सृजन संस्था विगत 3 वर्षों से सुहागपुरा, अरनोद एवं पीपलखूंट ब्लॉक के 12 ग्राम पंचायतों के 43 गाँवों में लगभग 1500 महिला किसानों के साथ आजीविका वृद्धि के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर रही है। संस्था द्वारा आदिवासी परिवारों को आधे बीघे में अमरूद की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अलावा संस्था क्षेत्र के किसानों को मल्टी लेयर फार्मिंग, पोषण वाटिका एवं प्राकृतिक खेती के तरीकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित कर रही है।
गुरुवार को आयोजित किसान मेले में सृजन संस्था के साथ-साथ कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, पंचायत समिति सुहागपुरा, राजीविका, एफईएस, कट्स इंटरनेशनल, ईफको तथा स्कूल के बच्चों ने मिलकर किसानों की ज्ञान में वृद्धि के लिए कुल 12 स्टाॅल लगाये।
जिला पुलिस अधीक्षक ने महिला किसानों से साथ खुलकर बात की और पुलिस से बात करने में उनकी झिझक को दूर करने का प्रयास किया। जिला पुलिस अधीक्षक के संवादों से प्रेरित होकर महिलाओं ने उन्हें अपना परंपरागत नृत्य भी दिखलाया। उन्होंने कहा कि आज हमारे समाज और देश को जैविक कृषि के बारे में जागरूक करने की बहुत महती आवश्यकता है। रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशकों के प्रयोग से तैयार फल एवं सब्जियों को खाकर हमारी रोगों से लड़ने की शक्ति दिनोदिन कम होती जा रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला परवीक्षा एवं कारागृह कल्याण अधिकारी बजरंगलाल मीणा ने भी मेले को संबोधित किया। उन्हांेने कहा कि जिस प्रकार एक कमजोर माँ स्वस्थ्य शिशु को जन्म नहीं दे सकती, ठीक उसी प्रकार कमजोर जमीन में कभी अच्छी फसल पैदा नहीं हो सकती और अगर हमें अपने जमीन को स्वस्थ्य बनाना है तो हमें प्राकृतिक खेती के तरीको को अपनाना ही होगा। तहसीलदार सुहागपुरा भंवरलाल चोपड़ा एवं स्कूल के प्राचार्य विक्रम कोठारी ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर सृजन संस्था के प्रोजेक्ट लीडर देवाशीष विश्वास ने बताया कि संस्था ने अब तक 250 आदिवासी किसानों को अमरूद की खेती से जोड़ा है और आने वाले 2 वर्षों में 1000 और परिवारों को जोड़ने जा रही है। उन्हांेने किसानों से कहा कि कुछ लोग सृजन संस्था का नाम लेकर किसानों को गलत जानकारी देते पाये गए है, किसानों को सृजन संस्था के नकली प्रतिनिधियों से सावधान रहने की जरूरत है। अन्त में सृजन संस्था के फील्ड कोऑर्डिनेटर कैलाश मीणा ने मेले में आये सभी किसानों, प्रशासन एवं संस्था के प्रतिनिधियों एवं अपनी टीम के साथियों को मेले के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।