भील प्रदेश महिला मोर्चा ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को मणिपुर के आरोपियों को सख्त सजा दिलाने को लेकर सौंपा ज्ञापन

प्रतापगढ़। मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ बर्बरता एवं दरिंदगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रतापगढ़ जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम दिया गया ज्ञापन।
ज्ञापन के द्वारा बताया गया कि मणिपुर में दो कुकी आदिवासी समुदाय की महिलाओं को मणिपुर सरकार द्वारा समर्थित भीड़ तंत्र ने निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ दौड़ा कर मारा व उनके साथ बर्बरता व दरिंदगी की गई। उन दोनों महिलाओं के साथ हुई घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ,वायरल होने के बाद में पूरे देश के आदिवासी समुदाय में मौजूदा मणिपुर सरकार एवं केंद्र सरकार के खिलाफ बहुत ही आक्रोश है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में इस तरह के कृत्य व घटना को कतई स्वीकार्य नही किया जाएगा। मणिपुर की इन दो महिलाओं के अलावा तमाम आदिवासी समुदाय जिसके साथ में भी अन्याय एवं शोषण हुआ उन सभी के लिए न्याय के लिए भील प्रदेश महिला मोर्चा द्वारा राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर प्रतापगढ़ को ज्ञापन देकर निम्न मांगो को पूरा करने व न्याय के लिए ज्ञापन देकर निवेदन किया गया है कि राज्य एवं केंद्र सरकार की लापरवाही से आदिवासी बनाम आदिवासी संघर्ष प्रारंभ हुआ उसको तत्काल प्रभाव से रोका जाए। 27 मार्च 2023 का मणिपुर हाई कोर्ट का फैसला आया उसमें मेतेई समुदाय विशेष को कुकी जनजाति का अधिकार छीन कर देने के लिए एसटी का दर्जा देने का अलाउंस मेंट कर दिया जो गलत रहा जिसमें गलत व्याख्या देने में मीडिया का रोल अदा है ऐसे दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो । पूर्वोत्तर भारत के राज्य में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम(AFSPA )1958 कानून लागू होने की वजह से आज तक मुख्य भारत भूमि के आदिवासी समुदाय के साथ भाईचारा सामाजिक एकता नहीं बन पा रही है इस कानून को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
मणिपुर की राज्यपाल अनुसूया उड़के एवं देश की राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू स्वयं आदिवासी हैं इसके अलावा देश में 47 सांसद 287 विधायक भी मौन धारण किए हुए हैं मणिपुर के मामले में हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों में शांति व्यवस्था कायम करावे। कुकी समुदाय की मांगों को माना जाए एवं उनकी सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाया जाए। नग्न महिला परेड का गिरफ्तार मुख्य अपराधी हैरो दास मेंतइ का RSS से संबंध ट्विटर पर वायरल हो रहा है इससे साफ हो जाता है कि नफरत की खेती का बीज आर एस एस की फैक्ट्री से निकला है अतः ऐसे संगठनों को प्रतिबंधित किया जाए।
मणिपुर परेड हिंसा में मारे गए मृतकों को स्वतंत्रता सेनानी माना जाए एवं उनके परिवारों की पूरी तरह से सुरक्षा दी जाए। इसके अलावा अन्य कई गंभीर मांगों को रखा गया।
ज्ञापन देने में भील प्रदेश महिला मोर्चा की कार्यकर्ता बहिनें राजकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय प्रतापगढ़ की छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव निनामा, छात्र संघ कार्यकारिणी सदस्य, भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष गोविंद मेघवाल एवं टीम, भील प्रदेश युवा मोर्चा , विद्यार्थी मोर्चा एवं मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।