भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा का जमीन बचाओ आरक्षण बचाओ सम्मेलन हुआ संपन्न

प्रतापगढ़। सुहागपुरा ब्लॉक के कटारो का खेड़ा में आदिवासी परिवार के जमीन बचाओ आरक्षण बचाओ सम्मेलन का आयोजन किया गया।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जीवन निनामा ने बताया कि आदिवासी समुदाय के रावत, गमेती, प्रबुद्ध जन एवं युवा भाई बहनों के सानिध्य में सुहागपुरा ब्लाक का जमीन बचाओ आरक्षण बचाओ सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से सफल रहा। कांतिभाई रोत ने बताया कि पांचवी अनुसूची को बचाने के लिए गांव से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेंगे आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासी को आवंटित की जा रही है जिसका में पुरजोर विरोध करता हूं.
अपने हक और अधिकारों के लिए आदिवासियों को एक होकर के लड़ने की जरूरत है।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक मांगीलाल निनामा ने बताया कि अनुसूचित क्षेत्र में अवैध तरीके से खनन कार्य हो रहा है और आदिवासियों को बर्बाद किया जा रहा है। अनुसूचित क्षेत्र में शिक्षा को भी कमजोर किया जा रहा है वर्तमान में हर युवा को संस्कृति बचाने के साथ-साथ उच्च शिक्षित होना भी बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में आमंत्रित साथी वक्ताओं ने मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई।
1.सुप्रीम कोर्ट द्वारा समता बनाम आंध्र प्रदेश 1997 के प्रावधान धरातल पर किस तरह लागू करवाए जाएं।
2. आर्टिकल 244 (1)की मूल भावना के अनुरूप आरक्षण व्यवस्था धरातल पर किस तरह लागू करवाया जाए।
3. गांव की खाली पड़ी जमीन वन विभाग में दर्शाई गई जमीन का मालिक कौन है ग्राम सभा द्वारा अपना मालिकाना कैसे बनाए रखें।
4 .आदिवासी बोली, भाषा, संस्कृति, रीति रिवाज ,जल ,जंगल ,जमीन एवं संवैधानिक अधिकारों का संरक्षण किस तरह किया जाए।
5. अनुसूचित क्षेत्र की मूलभूत बुनियादी सुख-सुविधाओं को किस तरह प्राप्त किया जाए अंग्रेजी शराब डीजे रात्रि मेला आयोजन धूम्रपान सांस्कृतिक कार्यक्रम में अनावश्यक खर्चा आदि समुदाय में पनपती कुर्तियों के दुष्परिणामों पर किस तरह रोक लगाई जाए
6. ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिति में किस तरह सुधार किया जाए एवं लोगों को स्वरोजगार के तरफ की तरह जोड़ा जाए।
7. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं रोजगार उन्मुख की शिक्षा किस तरह प्राप्त किया जाए एवं समाज में तकनीकी ज्ञान कैसे प्राप्त करें।
8 .युवाओं के सरकारी नौकरी के अलावा स्व- रोजगार व्यवसाय के लिए किस तरह प्रेरित किया जाए।
9. अनुसूचित क्षेत्र के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण केंद्र अनुसूचित क्षेत्र में ही दिया जाए साथ ही विभिन्न भर्तियों के परीक्षा सेंटर भी अनुसूचित क्षेत्रों में ही दिए
जाने की मांग को किस प्रकार बुलंद किया जाए आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। मोहन निनामा ,रमेश मईडा ,शानू हाडा, पवन निनामा ,बालू भील, जीवन निनामा, कालू लाल, नरेश निनामा ,संतोष ,दुर्गेश, छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव निनामा ,प्रभु लाल ज कटारा ,शंकर हरमोर ,राजेश डिंडोर, मुकेश निनामा ,किशन अहारी अनिल बुज ने अपने विचार व्यक्त किए एवं
उदाबा और टीम ने आदिवासी भजन भजन प्रस्तुत किया गया।
संचालन बालाराम ने किया आभार व्यक्त बसंतीलाल कुशलपुरा ने किया।