भील प्रदेश युवा मोर्चा ने सौंपा तेंदूपत्ता के उचित दाम दिलवाने को लेकर ज्ञापन

प्रतापगढ़। तेंदूपत्ता के उचित दाम की मांग के लिए भील प्रदेश युवा मोर्चा अरनोद ने उपखंड अधिकारी अरनोद एवं तहसीलदार सुहागपुरा को सौंपा ज्ञापन। प्रतापगढ़ जिले में तेन्दुपत्ता संग्रहण का कार्य चल रहा हैं। आदिवासी क्षेत्र में तेंदुपत्ता को वन क्षेत्र से एकत्रित करने के लिये महिला पुरूष, बच्चे भूखें, प्यासे सुबह लगभग चार बजे से वन क्षेत्र में जाकर तेन्दुपत्तों को पेड़ों पर चढ़कर तेंदूपत्ता का एक-एक पत्ता तोड़कर एकत्रित करना पड़ता हैं। इस दौरान कई बार पत्ते तोड़ने के दौरान पेड़ की डालिया टुटने से गिरने से गंभीर चोटें भी आती हैं, वन क्षेत्र में भयानक जीव जन्तु द्वारा हमले से भी कई लोग घायल होते हैं और हमेशा जंगली जानवरों के हमला करने का डर बना रहा हैं। ऐसी भंयकर स्थिति और खतरें में तेन्दुपत्ता एकत्रित किया जाता हैं फिर इन तेंदूपत्ता को घर आकर एक एक पत्ता जोड़कर उसकी गड्डियां बनानी पड़ती हैं। जिसमे पूरे परिवार के सदस्यों को काम करना पड़ता हैं इसके बाद तेन्दुपत्ता संग्रहण केन्द्र जाकर इन तेन्दुपत्ता की गड्डियों को बैचा जाता हैं जहाँ मात्र 1/- रूपया प्रति गड्डी ही दिया जा रहा हैं, जो कि बहुत ही कम राशि हैं। जबकि तेन्दुपत्ता एकत्रित करने में सुबह से रात तक लगभग 13 से 14 घण्टे का समय लगता हैं। और दिन भर में मात्र 150 से 200 तेन्दुपत्ता की गड्डियां ही बन पाती हैं इतनी मेहनत करने के बावजूद मेहनतकश को उसकी मेहनत के अनुसार सही दाम मिलना चाहिए ।
इन सभी स्थिति व समस्याओं के कारण भीलप्रदेश युवा मार्चा ने अपने मांग कि है की
1. तेन्दुपत्ता की प्रति गड्डी का 2रू से 3रू राशि दिलायी जावें ।
2. तेन्दुपत्ता जंगल से संग्रहण केन्द्र तक पहुँचाने के दौरान किसी भी प्रकार की होने वाली घटना दूर्घटना या जनहानी होती हैं तो उसका पीड़ित को उचित मुआवजा दिलाया जावें।
मांग पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया कि तेंदुपत्ता का लोगों को उनके परिश्रम अनुसार प्रति गड्डी 2 से 3 रूपया तुरन्त प्रभाव से बढ़ा कर दिया जाए। अन्यथा तेन्दुपत्ता मजदूरों के हक अधिकारों एवं मांगों को पुरा कराने के लिये भीलप्रदेश युवामार्चा को कठोर कदम उठाते हुए धरना प्रदर्शन, आन्दोलन जैसा ठोस कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। इस अवसर पर अरनोद ब्लाक के ग्रामीण एवं भील प्रदेश युवा मोर्चा के पदाधिकारी ज्ञापन देने में उपस्थित रहे।