भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा ने विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त की ओलम्पिक कार्यक्रम की तिथि बदने को लेकर सौंपा ज्ञापन

प्रतापगढ़। जिले में आदिवासी समुदाय द्वारा 9 अगस्त को हर वर्ष ‘विश्व आदिवासी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है जिसमें आदिवासी समुदाय के महिला-पुरुष, कर्मचारी व विद्यार्थी भी बढ़ चढ़ कर भाग लेते है। लेकिन उस दिवस के दिन, ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का भी आयोजन हो रहा है, क्योंकि उसमें हमारे समुदाय के खिलाड़ी व कर्मचारी भी भाग लेंगे, जिसकी वजह से हमारे समुदाय की भावना आहत हो रही है। क्योंकि सरकार द्वारा अन्य समाज के कोई भी दिवस होने पर सारे सरकारी काम काज को बन्द रखकर अवकाश रखा जाता है लेकिन आदिवासी समुदाय के कार्यक्रम के दिन ही ओलम्पिक खेलों का आयोजन करना यह हमारे समुदाय का अपमान है। इससे यह साबित होता है कि शासन – प्रशासन हमारे समुदाय की संस्कृति, परम्पराओं व विशिष्ट पहचान संरक्षण तथा सामाजिक स्नेह आदि के प्रति विरोधी एवं हमारे समुदाय के प्रति उत्तरदायी नहीं लगती है। आदिवासी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों व संरक्षण हेतु मनाए जाने वाले 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिन के लिए ग्रामीण ओलम्पिक खेल को एक दिन ‘के लिए निरस्त कर तारीख पोस्टपोंड की जावे जिससे आदिवासी समुदाय के ग्रामीण ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ी व कर्मचारी भी समुदाय के इस त्योहार में शामिल हो सके। ज्ञापन देने में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय निनामा, सुभाष डामोर, उदय भील , कालूराम निनामा, उदयलाल, रूपालाल, आदि मौजूद रहे।