मंदसौर के गांव मोरखेडा के सरपंच नाना भाई मायरा भरने नीमच बैलगाड़ी से पहुंच

यूवाओ में सेल्फी लेने एवं देखने के लिये लोगो की लगी भीड़
मंदसोर- मोरखेडा गांव अक्सर सूनने को मिलता है कि दादा और नाना की बारात बैलगाड़ी से गईं थीं जिसमें ससूराल पहुंचने में कई दिनों का सफ़र करना पड़ा था ऐसे ही गांव मोरखेडा सरपंच नाना भाई वर्तमानन समय में कोई यह करें की किसी की में बैलगाड़ी में जायेगी तो लोगों को मुश्किल में विश्वास होगा लेकिन कई वर्षों बाद पूरानी परंपरा से बहिन का मायरा भरने जब तीन भाई का परिवार बैलगाड़ियों के काफिला मोरखेडा से लेकर नीमच पहुंचा इस दौरान लोग अपने मोबाइल में बैलगाड़ी के साथ सेल्फी लेते भी नजर आये जानकारी के अनुसार शादीयो में मायरो भरने की प्रथा सदियों से चली आ रही है फ़र्क सिर्फ इतना है कि आज के इस दौर में शादी प्रसंग में लोग आधूनिकता की होड़ के चलतीं महंगाई अथवा करीब 5 बेलगाडीयो को खींच रहे रंग रौनक से सजे धजे बैलो के गले में घटिया बांधी हुई मामाओ का परिवार बेलगाडीयो का काफिला लेकर 65 की.मी. का सफ़र पुरा कर शहर में पहुंचा तो हर कोई देखता रह गया नाना भाई सरपंच नीमच मायरा लेकर गये व ग्रामीण जन उपस्थित रहे