महिला अधिकारिता विभाग द्वारा मिशन-2030 के तहत हितधारक कार्यशाला का आयोजन

प्रतापगढ़। राजस्थान को देश का अव्वल प्रदेश बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा विजन-2030 का आगाज किया गया है जिसके तहत महिला अधिकारिता विभाग द्वारा सोमवार को जिला परिषद प्रतापगढ़ सभागार में महिला अधिकारिता विभाग द्वारा एक दिवसीय हितधारक गहन परामर्श का आयोजन किया गया। सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग नेहा माथुर ने बताया की जिला कलेेक्टर डॉ. इन्द्रजीत यादव के निर्देशन में विजन 2030 के तहत हितधारकों के साथ संवाद एवं परामर्श हेतु आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में विकसित एवं आत्मनिर्भर राजस्थान के सपने को साकार करने हेतु महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने साथ ही महिलाओं में कौशल विकास एवं तकनीकि शिक्षा की महत्व को दर्शाने हेतु विचार रखे गए।
कार्यशाला में लगभग 50 लाभार्थियों/हितधारकों ने भाग लिया। कार्यशाला के प्रारंभ में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न महिला कल्याणकारी योजनाओं यथा शिक्षा सेतु, इंदिरा महिला कौशल संवर्धन योजना, इंदिरा महिला उद्यम शक्ति प्रोत्साहन योजना, राजश्री योजना, उड़ान योजना के बारे में जानकारी दी गई। इसके उपरांत आमंत्रित गैर सरकारी संगठनों से प्रयास, रिलायंस फाउण्डेशन, पूर्व जे.जे.बी. सदस्य ललिता गांधी , नूतन भट्ट तथा स्वास्थ्य विभाग से पधारे सचिन शर्मा, आरएसएलडीसी से पधारे ललित द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया तथा महिला सशक्तिकरण एवं विकास हेतु विभिन्न उपयोगी सुझाव दिए। कार्यशाला में उपस्थित हितधारकों द्वारा इन पर अपने विचार रखे जाकर अन्य शैक्षणिक एवं आर्थिक गतिविधियों के साथ महिला सुरक्षा के संबंध में भी विस्तृत कार्यक्रम चलाने पर जोर दिया गया। कार्यशाला में वर्तमान परिप्रक्ष्य एवं जिले की भौगोलिक एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ सामंजस्य बिठाते हुए समावेशिय कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया गया। इस कार्यशाला में विभाग के सुपरवाईजर त्रिलोक राज सिंह सिसोदिया, सपना तेली, सखी वन स्टॉप सेन्टर तथा महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र के कार्मिक तथा समस्त ब्लॉक से साथिनों ने भाग लिया।