ये है आत्मनिर्भर सरकारी स्कूल; ढाई साल पहले सोलर प्रोजेक्ट लगाया था, लाखों की बिजली बचाई, अब डिस्कॉम को बेच रहा

Chautha [email protected] News
राज्य के संभवत पहले राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल लिखमीसर ने सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाकर महज ढाई साल में बिजली बिल की लाखों रुपए की राशि बचाकर अनूठा उदाहरण पेश किया है। जुलाई 2019 में जनसहयोग से करीब दो लाख तीस हजार की राशि खर्च कर यह प्रोजेक्ट स्कूल भवन पर लगाया था।
प्रिंसिपल राजपाल कुलहरी ने बताया कि पिछले ढाई सालों में स्कूल ने बिजली बिल पर एक रुपया भी खर्च नहीं किया। बल्कि जोधपुर डिस्कॉम को इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बिजली बेचकर गत दिसंबर माह के बिल की करीब 11 हजार रुपए की राशि डिस्कॉम से वसूल की है। कुलहरी ने बताया की स्कूल का प्रत्येक वर्ष 80 से 90 हजार रुपए विद्युत खर्च बिल के रूप में भरना पड़ता था।
ऐसे में यह पैसा अब स्कूल विकास में खर्च कर स्टूडेंट्स के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। इतना ही नहीं इस प्रोजेक्ट के लगने से जहां स्कूल को आर्थिक लाभ हुआ है। इससे बढ़कर पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिला है।
जिले के अन्य स्कूलों ने भी इस स्कूल से सीख लेकर इस प्रोजेक्ट को अपने स्कूलों में लगाया है। ये स्कूल है थालड़का, अरडकी तथा मिर्जावालीमेर। ऐसे में इन स्कूलों ने यह प्रोजेक्ट लगाकर आर्थिक बचत तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में अहम योगदान कर रहे है।