राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ.पण्ड्या एवं शिवभगवान ने ली बैठक बच्चों के अधिकार के प्रति सांवचेत रहे-डाॅ. पण्डया राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लेखन एवं स्लोगन प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित

राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ.पण्ड्या एवं शिवभगवान ने ली बैठक
बच्चों के अधिकार के प्रति सांवचेत रहे-डाॅ. पण्डया,
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लेखन एवं स्लोगन प्रतियोगिता
के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
प्रतापगढ़, 17 जनवरी। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एवं राजस्थान बालश्रम प्रकोष्ट प्रभारी डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या एवं शिवभगवान नागा ने आज सोमवार को मिनी सचिवालय सभागार में अधिकारियों व संबंधित समिति के सदस्यों की बाल संरक्षण इकाई की बैठक ली एवं जिले में बच्चों के प्रति संवेदनशील व उनके अधिकार के प्रति सजग रहकर संरक्षण प्रदान करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों व संस्थाओं को दिए।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डाॅ. शैलेन्द्र पण्डया ने बैठक में बाल कल्याण समिति प्रतापगढ़, किशोर न्याय बोर्ड प्रतापगढ़, स्वयं सेवी संस्थाओं, राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह प्रतापगढ़, चाईल्ड लाईन 1098 की की प्रगति एवं समीक्षा की गई।
बैठक में डाॅ. पण्डया ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी से महिला आंगनवाड़ी का संचालन व कोविड के दौरान बच्चों को पोषाहार वितरण, बच्चों का शत प्रतिषत टीकाकरण, कुपोषित व अकुपोषित बच्चों को नियमानुसार पोषाहार वितरण करने के निर्देश दिए। उन्होेंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से सभी बच्चों का टीकाकरण शत प्रतिशत करने व काॅविड पाॅजिटीव बच्चों की स्थिति की जानकारी ली व जिला चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारी से बाल श्रम से बच्चों को मुक्त करवाने व विभाग द्वारा की गई कार्यवाही आदि की जानकारी ली।
डाॅ. पण्डया ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से बाल-विवाह के प्रकरणों व बाल समिति के नये सदस्यों की सूचना थानों में चस्पा करने, पोक्सों के प्रकरणों व महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी से वन स्टाॅप सेन्टर, बेटी-बचाओं-बेटी-पढ़ाओ, सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के साथ बैठक करने व योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में सभी विभागों के साथ समन्वय कर योजनाओं का धरातल पर व्यापक-प्रचार प्रसार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बैठक में बाल श्रम, दुव्र्यवहार एवं बाल यौन हिंसा मुक्त प्रतापगढ़ पोस्टर का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि बच्चों के संरक्षण का विशेष ध्यान रखते हुए सरकार बच्चों के प्रति संवेदनशील है। बच्चों के स्वास्थ्य व उनके अधिकारों के प्रति संचेत रहकर उनके अधिकार उन्हें मिले। उन्होंने समिति के सदस्यों व अधिकारियों से जिले के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जानकारी भी ली।
बैठक में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शिवभगवान नागा ने कहा कि सभी योजनाओं का लाभ बच्चों को मिले व कोई भी बच्चा योजनाओं के लाभ से वंचित ना रहे व किसी भी तरह से बच्चों का शोषण ना हो इसके लिए सब मिलकर प्रयास करें। आप सभी अच्छा से अच्छा कार्य करें ताकि जिले का नाम रोशन हो।
बैठक में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी संदीप मछार ने विभागवार किये जा रहे कार्यो आदि की जानकारी दी। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक नेहा माथुर, पुलिस विभाग के उपनिरीक्षक रतनलाल, पुलिस उप अधिक्षक ऋषिकेश मीना, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. धर्मेश आर्य, बाल कल्याण समिति के सदस्य कमलसिंह गुर्जर, शांति एवं अंहिसा प्रकोष्ठ के संयोजक प्रवीण जैन व सहसंयोजक मोहित भावसार, बाल कल्याण समिति के सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य, निराश्रित बालगृह, बहुउदेश्यीय आरोग्य सेवा समिति, वात्सल्य बालिका गृह व तपस शैक्षणिक संस्थान के सदस्य सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधी व अधिकारी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लेखन एवं स्लोगन प्रतियोगिता
के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
प्रतापगढ़, 17 जनवरी। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर महिला अधिकारिता विभाग द्वारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत लेखन प्रतियोगिता एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक नेहा माथुर ने बताया कि प्रतियोगिता में “मेरे सपने मेरी उड़ान” विषय पर लगभग 150 शब्दों में लेख एवं “किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण” विषय पर स्लोगन लिखा जाना है। प्रतियोगिता में दो श्रेणीयों में भाग लिया जा सकता है। प्रथम श्रेणी 10 से 14 आयु वर्ग तथा द्वितीय श्रेणी में 14 से 18 आयु वर्ग की किशोरियां भाग ले सकती हैं। इच्छुक किशोरियां अपनी प्रविष्टियां 31 जनवरी तक विभाग की ई-मेल आईडी चवचतंजंचहंती/हउंपसण्बवउ पर भिजवा सकती है। प्रविष्टियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सर्वश्रेष्ठ आने वाली बालिकाओं को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।