श्री उत्तम स्वामी की नर्मदे परिक्रमा में मोहन भागवत ने गुरूदेव से भेट कर आशिर्वाद प्राप्त किया

श्री उत्तम स्वामी की नर्मदे परिक्रमा में मोहन भागवत ने गुरूदेव से भेट कर आशिर्वाद प्राप्त किया
प्रतापगढ़ l परम पूज्य महामंडलेश्वर ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी ईश्वरानंद ब्रह्मचारी की 180 दिन की संकल्पित मां नर्मदा परिक्रमा के 65 वे दिनभी चलती रही l
प्रतापगढ़ के कई गुरु भक्त भी नर्मदा परिक्रमा में प्रारंभ से ही सम्मिलित हुए और परिक्रमा कर रहे हैं l मां नर्मदा की पदयात्रा करते हुए परिक्रमायात्रा कल जबलपुर जिले के नरसिंह पुरा कस्बे के निकट नर्मदा नदी के बरमान घाट पर पहुंची l यहीं शारदा मन्दिर में गुरुदेव और 182 पद यात्रियों के साथ गुरूदेव उत्तम स्वामी से भेट करने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन राव भागवत भी आए और गुरूदेव से भेट कर आशीर्वाद लिया l
नर्मदा पुराण कथा का आयोजन प्रतिदिन शाम को चल रहा है l महर्षि उत्तम स्वामी ने नर्मदा नदी की महिमा बताते हुए कहा कि नर्मदा का कंकर कंकर शंकर है l
इस अवसर पर मोहन राव भागवत ने पदयात्रियों और कार्यकर्ताओं को भी सम्बोधित करते हुए कहा कि,,, भारत भूमि पुण्य भूमि है, यहां पर जो भी रहो प्रेम से रहो, भक्ति के साथ रहो, इस देश के सच्चे देश भक्त नागरिक बनकर रहो l
में भी आज गुरूदेव उत्तम स्वामी और पद यात्रा पर निकले 182 साधकों से मिलकर कृतज्ञ हुआ हूं l
मोहन राव भागवत ने पदयात्रियों के साथ नर्मदा नदी पर स्थित शारदा मन्दिर में दर्शन, पूजन किया l गुरूदेव से एकान्त में चर्चा कर आध्यात्मिक ज्ञान और मार्ग दर्शन प्राप्त किया l
इस अवसर पर भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्य प्रदेश के वन मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह, सांसद राव उदय प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री और विधायक अजय विश्नोई, डॉ, जितेन्द्र जामदार, नरसिंह पुरा विधायक जालम सिंह, आदि तथा कई विशिष्ट कार्य कर्ता, पदाधिकारी साथ रहे l
इसके बाद मोहन राव भागवत जबलपुर पहुचे, जहां कोरोना गाईड लाईन की पालना करते हुए संघ का एक विशेष बड़ा स्वातंत्र्य नाद कार्यक्रम आयोजित नहीं कर के स्थगित किया गया l यहां से मोहन राव भागवत हैदराबाद के लिए विमान द्वारा प्रस्थान कर गए l
इससे पूर्व पदयात्रा के सीहोर पहुंचने पर एम पी के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महर्षि उत्तम स्वामी महाराज और पदयात्रियों का स्वागत अभिनंदन किया l पदयात्रा की और भंडारा किया गया l कैलाश विजयवर्गीय ने भी पदयात्रा करते हुए मां नर्मदा का पूजन कर गुरूदेव से आशीर्वाद लिया l