संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन व कलश शोभायात्रा निकाली गई

संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन व कलश शोभायात्रा निकाली गई
कुणी के निकटवर्ती धनेश्री गाँव में चारभुजा मंदिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान महोत्सव के छठे दिन गुरुवार को कृष्ण रुक्मणी विवाह का मार्मिक मंचन की झांकी पर सुबह 45 कलश के साथ बड़े धूमधाम हर्षोल्लास के साथ शोभायात्रा निकाली गई जिसमें विधि विधान के साथ कथा पंडाल में आकर के पूजा अर्चना की गई व कथावाचक पंडित वासुदेव शर्मा लोड़किया (मनासा) वाले के मुखारविंद से कथा में कृष्ण रुक्मणी विवाह पर श्रद्धालुओं द्वारा कन्यादान किया गया पंडित ने कहा कि मनुष्य जीवन में सदैव कन्यादान महादान जो सच्चे मन से जितना भी करते हैं वह पुण्य के काम में आता है मनुष्य जीवन में सदैव अच्छे मन से कार्य किया जाता है वही जीवन में सफल होता है मनुष्य को सदैव अच्छी बुराइयों का ध्यान में रखकर के एक कन्या सात पीढ़ी तक याद करते हैं वही राजा हरिश्चंद्र ने भी अपने सत्य वचन पर सारे राजपाट भी दान कर दिए थे दानवीर कर्ण ने भी अपने कानून कुंडल दान कर दिए थे एक महापुरुष जिन्होंने भी अपने सत्य पर अटल रह करके जीवन को सफल बनाया तथा आसपास क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन कथा का लाभ ले रहे हैं।