समर्थन मूल्य पर चना खरीद प्रक्रिया में कई किसान रहे वंचित

Chautha Samay @ Kapasan News
क्षेत्र के किसानों की चने की फसल का समर्थन मूल्य पर देने के लिए राज्य सरकार के निर्देश अनुसार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया वापस एक दिन के लिए खोली गई। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में मात्र 404 किसान पंजीयन करवा सके। टारगेट पूरा होने से कई किसान इससे वंचित रह गए।अब तक 604 किसानों रजिस्ट्रेशन हुआ है। जिसमें से अब तक 23 किसानों का लगभग 460 टन चने की तुलाई हो चुकी हैं।क्षेत्र में इस बार चने की बंपर पैदावार हुई। बाजार भाव कम होने और समर्थन मूल्य का भाव अधिक होने से क्षेत्र का किसान अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर देना चाह रहे थे। लेकिन टारगेट पूरा होने से अधिकांश किसान इससे वंचित रह गए।कस्बे की कृषि उपज मंडी समिति में विकास कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी लिमिटेड के माध्यम से समर्थन मूल्य पर तुलाई की जा रही है। जिसमें पूर्व में चने की फसल के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत क्षेत्र के 500 किसानों का पंजीयन हुआ था। किसानों ने कम पंजीयन होने का आरोप लगा पंजीयन ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया पुनः शुरू करने की मांग की थी।हाल ही में दिन के लिए ऑनलाइन पंजीयन ओपन किया गया था। जिसमें मात्र 404 किसानों का और पंजीयन हुआ। टारगेट पूरा होने पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑटोमैटिक ही बंद हो गई। जिससे कई किसानों को निराश होना पड़ रहा है। बताया गया कि क्षेत्र में फसल के प्रोडक्शन का 25 % फसल समर्थन मूल्य पर ली जाती है। इस प्रकार अब कुल 604 किसानों का इसके लिए पंजीयन हो चुका है। जिनके चने की फसल समर्थन मूल्य पर ली जा रही है।समिति से मिली जानकारी के अनुसार चने के लिए अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना ना के बराबर है। लेकिन इन पंजीकृत किसानों में से अब अगर कोई किसान फसल नहीं तुलवा पाता है तो सरकार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का मौका दे सकती है। समर्थन मूल्य पर तुलाई कार्य अप्रैल से जारी है। जिसमें अब तक 604 में से 23 किसानों का चने की फसल का तोल हो चुका है। जिसमें अब तक लगभग 460 टन की तुलाई हो चुकी है।