सरसों की 3.8 लाख हेक्टेयर में बुआई, 15% अिधक उत्पादन होगा

Chautha [email protected] News
जिले में इस माह में 80 एमएम से ज्यादा हुई बारिश से श्रीगंगानगर से सूरतगढ़-रावला तक खेतों में हरियाली लौट आई है। जिलेभर में रबी की 6.37 लाख हेक्टेयर में फसलें बोई गई हैैं और अब बारिश के बाद 10 से 20 फीसदी तक ज्यादा उत्पादन की उम्मीद है। अकेले सरसाें की इस बार जिले में रिकार्ड ताेड़ 3.8 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई है तथा फसल फूल से फलियां बनने की स्थिति में है। सबसे अच्छी बात यह है कि वातावरण में नमी का प्रभाव बना हाेने के कारण अभी सरसाें में पाले की आशंका भी नहीं है।ऐसे में उत्पादन भी 15 फीसदी तक ज्यादा होगा।
भास्कर Explainer: जनवरी में अब तक औसत 80 एमएम बरसात, फसलों को मिला पर्याप्त पानी, इसलिए बढ़वार और पैदावार बढ़ी
1. बारिश से मिला पूरा पानी…जनवरी में अच्छी बारिश होने के कारण कहीं एक सिंचाई की जरूरत पूरी हुई तो कहीं दो सिंचाई पानी की। फसलों को पर्याप्त पानी मिला।
2. कृषि विभाग की सलाह…कृषि विभाग के अधिकारियाें ने किसानाें से कम पानी में पकने वाली फसलाें की बुआई अधिक करने का आह्वान किया था।
जिले में जनवरी माह के 23 दिनों में इस बार औसत 80 एमएम बरसात हो चुकी है। इतनी बरसात 15 वर्षों बाद हुई। गत वर्ष जनवरी माह में औसत 2 एमएम बरसात हुई थी। मध्यम गति से जनवरी माह में हुई बरसात से रबी सीजन की सभी फसलों को सर्वाधिक लाभ हुआ है। इसी कारण बारानी क्षेत्र के खेत में हरियाली से लहलहा रहे हैं। बरसात से फसल को लाभ के बजाए नुकसान होता है, लेकिन इस बार तीन बार में 80 एमएम बरसात हो चुकी है।
सिंचाई पानी की मांग पूरी हाेने के साथ ही वातावरण में नमी बढ़ गई हैै। इससे सरसाें फसल पर पाले की मार पड़ने की आशंका भी नहीं के बराबर है। वर्तमान में रबी फसलें फिलहाल अच्छी स्थिति में हैं। लेकिन फसल पकाव तक अतिवृष्टि नहीं हुई ताे इस बार सरसों समेत सभी रबी फसलों में रिकार्ड ताेड़ उत्पादन हाेगा। जीआर मटाेरिया, उप निदेशक कृषि
रबी की बुआई
फसल क्षेत्र ( हेक्ट.) गेहूं 169991 जाै 45232 चना 90225 सरसाें 308562 तारामीरा 4303 हरा चारा 16386 अन्य 2771
जनवरी माह में हुई मावठ से खेतों की तस्वीर ही बदल गई है। सरसों और चना की बंपर पैदावार होने की संभावना है। कृष्णलाल ,किसान