सातमउड़ी पंचायत के मउड़ी खेड़ा गांव में आदिवासी महा गैर का हुआ आयोजन

प्रतापगढ़। होली के रंग पाचम पर पर आदिवासी समुदाय द्वारा दलोट ब्लॉक के सात मऊड़ी पंचायत के मालकी माते माल पर महा गैर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के ब्लॉक संयोजक किशन लाल मईडा ने बताया कि समुदाय के बुजुर्ग गड्ढा गमेतियों द्वारा पूर्वजों को धार चढ़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
ढोल बजाने वाली टीम ने ढोल बजाना शुरू किया और उसी के साथ महिलाओं ने घेरा बनाकर गेर का कार्यक्रम प्रारंभ किया।
पुरुषों ने रंग-बिरंगी वेशभूषा में गैर एवं राड़ हाथों में पारंपरिक लट् एवं औजार के साथ नृत्य प्रारंभ किया।
शमा बनता गया घेरे बनते गए और कार्यक्रम में रंग जमता गया।
आदिवासी समुदाय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अन्य समुदाय के लोग भी उपस्थित हुए और उन्होंने कलाकारों का मनोबल बढ़ाया. व्यापार मंडल दलोट, व्यापार मंडल सालमगढ़ ,व्यापार मंडल रायपुर ने मनोबल बढ़ाया।
पर्यावरण प्रेमी लव कुमार जैन ने जीव मात्र को बचाने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में सबसे रोचक एवं आकर्षण का केंद्र रहा गेरियों की वेशभूषा वेशभूषा ने सभी को अभिभूत किया। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक मांगीलाल निनामा ने बताया कि गैर को बहुत ही सुव्यवस्थित एवं अनुशासन के साथ गेरियों ने प्रदर्शन किया आशा करता हूं इस परंपरा को सभी मिलकर जीवंत रखेंगे।
स्थानीय सरपंच सुगना बाई ने कार्यक्रम में उपस्थित समुदाय के लिए अल्पाहार की व्यवस्था की।
भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के पूर्व जिला संयोजक शानू हाड़ा ने कहां की अब तक के रिकॉर्ड में सबसे बेस्ट कार्यक्रम रहा। आदिवासी बालू भील ने कहा कि ब्लॉक स्तर के बाद जिला स्तर के कार्यक्रम को सफल बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
महा गैर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं ने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया.
स्थानीय गांव के बद्री लाल निनामा, जीवन बा, मानसिंह निनामा ,राम राणा ने भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन तुलसीराम डिंडोर ने किया आभार व्यक्त स्थानीय सरपंच प्रतिनिधि मोहनलाल ने किया।