सिंगोली छेत्र में रेत माफियाओ के हौसले बुलंद , एक्शन से क्यों कांप रहा खनिज विभाग, क्या सेटिंग है या फिर अंधाधुंध वसूली का खेल ? लग्जरी गाड़ी से होती है पॉयलेटिंग।

Chautha samay @singoli news
सिंगोली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही बड़े-बड़े मंच साझा करते हुए जोर शोर से जनता के बीच में यह कहते है कि मध्य प्रदेश को मैं ना तो नशा माफिया ना रेत माफिया ना भूमाफिया को पनपने नहीं दिया जाएगा लेकिन उनके यह दावे जमीनी हकीकत को बयां कर रहे हैं कि मध्यप्रदेश के नीमच जिले के जावद क्षेत्र में किस प्रकार से रेत माफिया शासन प्रशासन की धज्जियां उड़ाते हुए अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। जिले में अब रेत माफिया बेखौफ बिना रॉयल्टी बड़ी आसानी से राजस्थान से मध्यप्रदेश की सीमा में आसानी से प्रवेश कर लेते हैं। प्रशासन की नाक के नीचे अवैध रेत से भरे ओवरलोड डंपर सिंगोली के कदवासा, 12 बीघा चौराहे होते हुए सिंगोली क्षेत्र की सीमा मैं प्रवेश करते हैं जिसके बाद नीमच जिले में आसानी से रेत माफिया अपने काम को बखूबी से अंजाम देते हैं और मनमाने व ऊंचे दामों पर रेत का अवेध परिवहन किया जाता है। खनिज विभाग भी अवैध रेत माफियाओ के खिलाफ मौन व्रत रख बैठा है। विभाग ने रेत तस्करों पर अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है. रेत माफिया ने रेत को डंप कर पहाड़ बना दिया है. सिंगोली नगर में आधा दर्जन से अधिक रेत माफिया हैं, जिन्होंने बड़ी मात्रा में रेत को डंप किया है. अब इसी रेत को लोगों को सोने के भाव में बेच रहे हैं. ये वो लोग हैं, जिनका ठेकेदारी से दूर-दूर तक कोई नाता भी नहीं है. ये सिर्फ अवैध रेत बेचने का ही काम कर रहे हैं. इस पूरे खेल को जिला प्रशासन आंखे बंद कर देख रहा है. बताया जा रहा है कि, विभाग की सरपस्ती में पूरा खेल चल रहा है,
जिसके बाद भी रेत के अवैध डंपरों का काला कारोबार जमकर फल फूल रहा है। अभी तक खनिज विभाग की कार्रवाई सिर्फ नाम मात्र ही रह गई है।सूत्रों की मानें तो कुछ सत्ता धारी नेताओं के चलते इस काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है। प्रशासन दबाव में आकर कार्रवाई ना करने पर मजबूर पड़ा है। डंपर निकलवाने को लेकर मोटी रकम भी रेत माफिया द्वारा दी जाती है। जिसका हिसाब किताब एक माह में होता है। जो लाखों रूपए का निकलता है, लाखों रूपए की काली कमाई बंदर बांट जैसे पार्टनरों में बांट दी जाती है बताया तो है जाता है कि रेत माफिया के गुर्गे रात रात भर जाग कर डंपर निकलवाने का काम करते हैं कहने को तो सिंगोली का पुलिस थाना मुख्य मार्ग पर स्थित है पर डंपर निकलते समय सिंगोली पुलिस की आखो पर पट्टी बंध जाती है। अब देखना यह होगा कब तक प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई करता है ।