सुरक्षित प्रतापगढ़ सुरक्षित बचपन को लेकर कार्यशाला ’’गुड-टच,बैड-टच’’ को लेकर प्रभारी सचिव ने दिया प्रशिक्षण

सुरक्षित प्रतापगढ़ सुरक्षित बचपन को लेकर कार्यशाला
’’गुड-टच,बैड-टच’’ को लेकर प्रभारी सचिव ने दिया प्रशिक्षण
प्रतापगढ़ 12 अप्रैल। बालक-बालिकाओं के सुरक्षित बचपन के लिए प्रतापगढ़ में एक नई पहल शुरू की गई है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले एवं आयोजना विभाग के शासन सचिव तथा प्रतापगढ़ जिले के प्रभारी सचिव श्री नवीन जैन ने मंगलवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रतापगढ़ के ऑडिटोरियम में गुड-टच, बैड-टच (अच्छा स्पर्श-बुरा स्पर्श) पर जिला स्तरीय कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया और बालक-बालिकाओं में बाल अधिकारों की रक्षा एवं सुरक्षित भविष्य सहित विभिन्न जानकारियां दी।
प्रभारी सचिव ने उपस्थिति प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि एक रिर्पोट के अनुसार बालक-बालिकाओं में यौन शोषण के 72 प्रतिशत मामले रिपोर्ट ही नहीं होते हैं जबकि 50 प्रतिशत बच्चों के जीवन में कभी न कभी यौन शोषण हुआ है। इनमें भी 53 प्रतिशत लड़कों में यौन शोषण के मामले सामने आए हैं। उन्होंने पोक्सो एक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि यह यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा का महत्वपूर्ण कानून है, जिसके बारे में सभी को जानकारी होना आवश्यक है।
उन्होंने दो सत्रों में आयोजित हो रही इस गुड टच बैड टच के विभिन्न परिणाम एवं दुष्परिणामों का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने प्रशिक्षाणार्थियों के बीच पहुंचकर पाॅवर पोईन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से पोक्सों एक्ट एवं बालक-बालिकाओं में गुड टच बैड टच की जानकारी देकर अधिकारों की रक्षा पर सवाल-जवाब किए। उन्होंने कार्यशाला में बालक-बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए इन अच्छे व बुरे स्पर्श के अलावा वर्तमान में सोशल मीडिया पर अश्लील तस्वीर, वीडियो, मैसेज आदि वायरल करना एक्ट का उल्लघंन है।
एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला कलक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा ने बताया कि प्रतापगढ़ जिले में यौन शोषण के मामलों में कमी लाने के लिए की गई इस कार्यशाला के अच्छे परिणाम आएंगे। उन्होंने कहा कि बालक बालिकाओं में स्वयं के अधिकारों की रक्षा को लेकर उनमें गुड टच बैड टच को लेकर आयोजित कार्यशाला से बालक-बालिकाओं में इसके प्रति जागरूकता आएगी। उन्होंने कहा कि उनमें यौन शोषण तथा पोक्सो एक्ट की जानकारी से वे अपने अधिकारों की रक्षा कर पाएंगे। इससे समाज में कोई बड़ी घटना ना घटे तथा बड़ी समस्या से निजात पा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, महिला अधिकारिता विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग के तत्वाधान में आयोजित की जा रही इस कार्यशाला में शिक्षक, प्रतापगढ़ ब्लॉक की साथिनों, महिला अधिकारिता विभाग की सुपरवाईजर, जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी आदि ने भाग ले रहे हैं।
दो सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला के प्रथम सत्र में ब्लाॅक अरनोद, छोटीसादड़ी व धरियावद तथा द्वितीय सत्र में प्रतापगढ़ व पीपलखूंट के शिक्षक व प्रतापगढ़ ब्लॉक की साथिनों, महिला अधिकारिता विभाग की सुपरवाईजर, अधिकारी व कर्मचारी ने प्रशिक्षण लिया।
उन्होंने बताया कि आयोजित कार्यशाला में जिले के 1230 शिक्षकों को गुड टच बैड टच का प्रशिक्षण दिया गया है। अब एक—एक विद्यालय से तैयार 1230 रिसोर्स पर्सन विद्यालयों में प्रशिक्षित करेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी केसी तेली ने बताया कि मध्यावदी अवकाश से पूर्व इन शिक्षको एक और प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके पश्चात विद्यालयों में इस समय में बालक बालिकाओं को जानकारी देंगे। प्रशिक्षण में 1344 विद्यालयों के 1230 शिक्षकों, प्रतापगढ़ ब्लॉक की साथिनों, महिला अधिकारिता विभाग की सुपरवाईजर आदि ने भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी केसी तेली, महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक नेहा माथुर, जिला रसद अधिकारी बनवारीलाल मीणा सहित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन सुधीर वोरा ने किया।