स्थाई वारटियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर 44 स्थाई वारन्टी को किया गिरफ्तार

जिले में दिनांक 01.03.2022 से 31.03.2022 तक स्थाई वारटियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर 44 स्थाई वारन्टी को किया गिरफ्तार ।
जिला पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ डॉ . अमृता दुहन के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा के मार्गदर्शन में जिले में स्थाई वारन्टी के विरूद्ध दिनांक 01.03.2022 से 31.03.2022 तक चलाया जाकर जिले के थाना छोटीसादड़ी के द्वारा 06 स्थाई वारन्टी वन्य जीव अधिनियम मे 11 साल से फरार चल शोभानाथ पिता मांगुनाथ कालबेलिया निवासी जोधपुरिया को थाना रठाजंना द्वारा 02 स्थाई वारन्टी थाना प्रतापगढ़ के द्वारा 09 स्थाई वारन्टी जिसमें मारपीट के मामले में रामचन्द्र पिता केशरीमल दोषी निवासी प्रतापगढ़ जो लम्बे समय से फरार वांछित , थाना अरनोद पुलिस द्वारा 06 स्थाई वारन्टी जिसमें दहेज की मांग कर महिला अत्याचार के मामले में मुन्नीबाई पत्नी रामचन्द्र जो प्रकरण संख्या 194 / 2014 में वांछित थाना धरियावद पुलिस द्वारा 04 स्थाई वारन्टी मला के साथ छेड़छाड़ के मामले में दिनेश पिता शंकर जाति मीणा निवासी जवाहरनगर पुलिस थाना धरियावद व मारपीट के मामलें नाथुलाल उर्फ नाथिया जाति मीणा निवासी भुणिया पुलिस थाना धरियावद जो काफी वर्षो से फरार चल रहा थें , थाना सालमगढ़ पुलिस द्वारा 04 स्थाई वारन्टी जिसमें लुट , नकबजनी , चोरी में मामलों में महेन्द्र पिता फुला निवसी मानगढ़ जो 2019 से वांछित , थाना धमोत्तर पुलिस द्वारा 01 स्थाई वारन्टी थाना सुहागपुरा पुलिस द्वारा 01 स्थाई वारन्टी जिसमें धोखाधड़ी के मामले में कुलदीप पिता भेरूलाल निवासी अरनोद प्रकरण संख्या 147 / 2016 में वांछित थाना धोलापानी पुलिस द्वारा 01 स्थाई वारन्टी जो दहेज की मांग कर महिला अत्याचार के मामले में लक्ष्मण पिता नानुराम प्रकरण संख्या 56 / 2008 में वांछित , थाना पिपलखुंट पुलिस द्वारा 01 स्थाई वारन्टी अपहरण कर बलात्कार करने के मामले में केशरीमल पिता रकमा निवासी आमली खेड़ा घंटाली प्रकरण संख्या 252 / 2013 में वांछित थाना पारसोला पुलिस द्वारा 09 स्थाई वारन्टी जिसमे लुट , नकबजनी , चोरी में मामलों में उकार पिता सुरज निवासी हजारीगुण्डा थाना पारसोला प्रकरण संख्या 265 / 2014 में वांछित , जिलें में कुल 44 स्थाई वारटियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कियें । जिसमें विभिन्न गम्भिर अपराधियों को गिरफ्तार कियें • जिससे जिलें के अपराध में कमी आयेंगी और प्रकरणों में पीड़ित को न्याय मिलेगा ।