नीमच

स्थानीय ग्रामीणो ने स्वीकृत बांणदा को निरस्त करने की आवाज उठाई ग्रामीणो ने तहसील मुख्यालय पर रैली निकालकर तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन ।

[email protected]
सिंगोली/ तहसील क्षैत्र मे लम्बे समय से चली आ रही बाणदा बांध की मांग वर्षो बाद अब साकार होने की स्थिति मे आई वही इधर स्थानीय आदीवासीयो को इसकी जानकारी हुक तो ग्रामीणो ने मुखर होते हुए क्षैत्र की इस महती योजना का विरोध शुरू कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय बाणदा, झौपडिया, और जेथलिया के ग्रामिणो ने आपात ग्राम चौपाल बुलाकर शासन द्वारा स्वीकृत बाणदा बांध को निरस्त कराने के लिए निर्णय लिया और अपनी आवाज को बुलंद करते हुए मंगलवार दोपहर सिंगोली तहसील मुख्यालय पर रैली निकाल कर तहसीलदार राजेश सोनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए बाणदा बांध को निरस्त कराने की मांग की। ज्ञापन मे लगभग 1000 परिवारो के सामने जीवन यापन की समस्या सहित धार्मिक स्थल प्रभावित होने की बात लिख तथा ग्रामीणो ने अपनी जमीन नही छोडने के अलावा पशुओ को पालने जैसी समस्याओ के बारे मे भी लिखा कुल मिलाकर बाणदा पंचायत मे आने वाले तीनो ही ग्राम बाणदा झौपडिया और जेथलिया के लोगो ने बाणदा बांध का जबरदस्त विरोध किया। विरोध प्रदर्शन करने आए आदिवासी ग्रामीणो ने सरकार से दस दिन के अंदर बाणदा बांध निरस्त करने की मांग की अन्यथा बड़े आनंदोलन की चेतावनी दी।

विरोध प्रदर्शन मे बच्चो और महिलाओ ने भी लिया भाग,

आदिवासी लोगो द्वारा बाणदा बांध को लेकर तहसील मुख्यालय पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया विरोध प्रदर्शन मे बच्चे और महिलाए भी शामिल रही

अचानक शुरू हुआ विरोध कही राजनैतिक चाल तो नही।

क्षैत्र की वर्षो पुरानी मांग बाणदा बांध बनने से पहले ही कही राजनैतिक चाल का शिकार ना हो जाए। आज अचानक बाणदा बांध को लेकर आदिवासियो द्वारा बांध को निरस्त करने की मांग को लेकर रैली निकाल कर तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया इसको लेकर क्षैत्र के लोगो मे राजनैतिक चाल की आशंका उत्पन्न हो गई? लोगो का मानना है की यह वर्ष चुनावी वर्ष है कही ये प्रदर्शन उसी का हिस्सा तो नही है?

Related Articles

Back to top button