69-ए के फर्जी पट्टो, सरकारी भूमि को गैर खाताधारक के रूप में अलॉटमेंट और पोषाहार एवं फर्नीचर घोटाले को लेकर भाजपा ने दिया ज्ञापन

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में गत दिनों में करोड़ो की सरकारी भूमि 69-ए के तहत करोड़ो रुपयों के भ्रष्टाचार के बदले फर्जी पट्टे बनाकर भूमाफियाओं व उनके लोगो के नाम कर सरकारी संपत्तियों को खुर्दबुर्द करने का खेल प्रतापगढ़ में कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों की शह पर चल रहा है, इसके विरोध में प्रतापगढ़ जिला भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्यपाल के नाम मिनी सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। प्रतापगढ़ भाजपा जिला मीडिया प्रभारी हार्दिक अरुण छोरिया ने बताया की प्रतापगढ़ जिला भारतीय जनता पार्टी, नगर व ग्रामीण मंडल के संयुक्त तत्वाधान में जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत के नेतृत्व में गुरुवार को मिनी सचिवालय में राज्यपाल के नाम उपस्थित प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में मांग की गयी की प्रतापगढ़ नगर परिषद में वर्ष 2022 से लेकर आज तक करोड़ों रुपए की सरकारी भूमि, नालो व चनोट की भूमि पर अतिक्रमण कर धारा 69-ए के तहत अवैधानिक ढंग से पट्टे बनवाए गए। इसके साथ ही प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांवो में बिलानाम, चरनोट एवं नालों की भूमि को गैरखातेदारी में चढ़ाकर भूमाफियाओं को आवंटित की गई। कई बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा ज्ञापन देने के बाद भी कोई जांच एवं कार्यवाही नहीं की गई, इन भूमि घोटालों से करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि सरकार और प्रतापगढ़ नगर परिषद को हुई है। नगर परिषद प्रतापगढ़ से आरटीआई के तहत जानकारी मांगने पर बताया गया कि इसका एंपावर्ड कमेटी का रजिस्टर गुम हो गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि इसकी पोल नहीं खुले इसलिए इससे जुड़े लोगों ने ही रजिस्टर गायब कर दिया। भारतीय जनता पार्टी जिला प्रतापगढ़ राज्यपाल से मांग करती है कि राजस्थान सरकार एक एक आईएएस – आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व वाली निष्पक्ष कमेटी का गठन कराकर जो पट्टे पंजीयन गत साढ़े चार वर्षों में आज तक नगर परिषद प्रतापगढ़ द्वारा पंजीयन कार्यालय प्रतापगढ़ में कराए गए हैं, वहां से इसका रिकॉर्ड लिया जाए और प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव की भूमि अवैधानिक ढंग से कब्जा कर रखा था धारा के रूप में भूमाफिया द्वारा अवैधानिक रूप से अपने नाम पर चढ़ाई गई है, उन्हें निरस्त कर संलिप्त अधिकारीयो, कर्मचारीयो, जनप्रतिनिधियों और भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करती है। कई समाचार पत्रों में भी इन करोड़ों रुपए के भूमि घोटालों के समाचार आए, परंतु जिला प्रशासन और नगर परिषद मुकदर्शक बन भ्रष्टाचार की बगिया में खेल रहे हैं। गत दिनों समाचार पत्र में अरनोद रोड पर 7 बीघा भूमि और वुडलैंड पार्क के सामने डेढ़ बीघा भूमि के अवैध कब्जों व पट्टो के बारे में जानकारी छपी थी और ऐसे ही कई मामले शहर के बांसवाड़ा रोड, रतलाम रोड, चित्तौड़गढ़ रोड, नीमच रोड़, मंदसौर रोड, धरियावद रोड और नगर क्षेत्र में नगर परिषद की खाली भूमि के पट्टे बनाकर बंदरबांट की गई है, इसकी जांच कर उचित कार्यवाही की जानी आवश्यक है अन्यथा भारतीय जनता पार्टी उग्र आंदोलन करेगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार की रहेगी।
इसके साथ ही प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विगत साढ़े चार वर्षों के दौरान जिला परिषद एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न सड़कों एवं डब्ल्यूबीएम सड़कों में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग व और खानापूर्ति कर भुगतान उठा लिया गया। जो सड़कें बनी है, उचित मापदंड अनुसार नहीं बनी, जिनके कारण कुछ ही दिनों में सड़कें उखड़ चुकी है। इसके कारण सरकार को करोड़ों रुपए की आर्थिक हानि हुई है, इन सड़कों की जांच कर संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गयी।
इसी के साथ प्रतापगढ़ में विगत दिनों महिला एवं बाल विकास विभाग में पोषाहार एवं सेनेटरी नैपकिन घोटाला हुआ, जिसमें ठेकेदार और शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया। इस घोटाले से यह सिद्ध हो चुका है यह घिनौना कार्य लंबे समय से बड़े पैमाने पर जिले में चल रहा था और राजनीतिक संरक्षण होने के कारण इसके मुख्य सरगना अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। प्रतापगढ़ जिला भारतीय जनता पार्टी राज्यपाल से मांग करती है कि इस पोषाहार घोटाले में संलिप्त मुख्य सरगना की तलाश कर उचित जांच कर कड़ी कार्रवाई की जावे, ताकि भविष्य में भारत के भविष्य छोटे बच्चों के पोषण के साथ कोई खिलवाड़ न कर सके।
विगत वर्ष शिक्षा विभाग के समसा प्रकल्प में फर्नीचर घोटाला हुआ, जिसमें टेंडर निकालने से पूर्व जिला कलेक्टर की सहमति लेना आवश्यक होती है। उस सहमति पर जिला कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर कर टेंडर प्रक्रिया की गई एवं विभागीय मापदंड अनुसार नियमों की पालना नहीं की गई लगभग 99 लाख रुपये का फर्नीचर खरीदना बताया गया, जिसमें भारी अनियमितता हुई है। इसकी जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से करवाई जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इस फर्नीचर घोटाले में नियमानुसार टेंडर नहीं होने के कारण सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी जिला प्रतापगढ़ एवं नगर व ग्रामीण मंडल प्रतापगढ़ द्वारा इन सभी जनहित के मुद्दों को लेकर दिए गए ज्ञापन में भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत, जिला महामंत्री गजेंद्र चंडालिया, डॉ. नारायण निनामा, जिला मंत्री प्रेमलाल मीणा, धर्मवीर मीणा, शांतिलाल मीणा, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रेमसिंह झाला, एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष देवीलाल मेघवाल, ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष शिवलाल साहू, जिला सोशल मीडिया संयोजक निशील अरुण छोरिया, नगर मंडल अध्यक्ष रितेश सोमानी, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह सिसोदिया, देवगढ़ मंडल अध्यक्ष धनराज मीणा, प्रधान रमेश मीणा, सभापति प्रतिनिधि प्रहलाद गुर्जर, पूर्व प्रधान लच्छीराम निनामा, विष्णुलाल शर्मा, हीरालाल रैदास, गिरीश बाठि, पार्षदगण थमिश मोदी, प्रतीक शर्मा, बाबूलाल सुथार, विकास चनाल, हेमंत मीणा, मनीष गुर्जर, राजेन्द्र बाहेती, अम्बालाल मीणा, मनोहर मन्नू ग्वाला, शुभम चंडालिया, गौतम सुथार, विजय टेलर, ईश्वरलाल मीणा, जितेश सोनी, नीलेश सेठिया, तन्मय सोमानी, अर्पित कोठारी, अरिहंत सेठिया, दिनेश बाहेती, अनिल अहीर, विस्तारक गौरीशंकर मईडा, कंवरलाल कुमावत, राधेश्याम कुमावत, अम्बालाल कुमावत, भूपेंद्र ग्वाला, राहुल खटाना, प्रमोद राव, मनीष सिंह ठिकरिया, मिलन शर्मा, गुड्डालाल मीणा, अमित नागर, गोपाल धभाई, जितेंद्र सांखला आदि भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उपस्थित पदाधिकारियों ने संकल्प लिया की यदि आने वाले दिनों में प्रशासन भाजपा द्वारा की गई मांगों पर उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती है, तो भारतीय जनता पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन व सरकार की रहेगी।